Nitish Kumar News: आज दिल्ली में एनडीए की बैठक है। दिल्ली (Delhi) में होने वाली बैठक में शामिल होने के लिए सभी सहयोगी दलों को आमंत्रित किया गया है। इस बीच खबर है कि नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू (Nitish Kumar and Chandrababu Naidu), बीजेपी पर कंट्रोल करने के लिए सेंट्रस विस्टा के दिल पर दावा ठोक सकते हैं।
दिल्ली की सियासत के लिए नीतीश कुमार (Nitish Kumar) अब पूरी तरह तैयार हैं। बिहार (bihar) में रहकर दिल्ली पर नजर रखना है, इसको लेकर रणनीति तैयार की जा रही है। लोकसभा चुनाव रिजल्ट 2024 आने के बाद सबकी नजर ‘N’ पर है। नीतीश और नायडू (Nitish and Naidu ) की ओर एनडीए के साथ-साथ इंडी आलायंस (I.N.D.I.A Alliance) भी देख रहा है। सबका मानना है कि दिल्ली (delhi) की सत्ता की चाबी इन्हीं दोनों नेताओं के पास है। अब खबर आ रही है कि दोनों नेता मोल-भाव करने के मूड में हैं।
स्पीकर पद पर है सबकी नजर
सूत्रों की माने तो केंद्र में NDA के लगातार तीसरे कार्यकाल में दो महत्वपूर्ण सहयोगी TDP और JDU लोकसभा (loksabha) में स्पीकर पद की मांग कर सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आपको बता दें, दोनों पार्टियों ने BJP नेतृत्व को इशारों ही इशारों में संकेत भी दे दिया है कि स्पीकर पद गठबंधन के सहयोगियों के पास होना चाहिए। बता दें कि 1998 में जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी (Atal bihari vajpayee) की सरकार थी, तब टीडीपी के पास स्पीकर पद था।
गठबंधन के पास स्पीकर पद क्यों?
सूत्रों के अनुसार, यह संभव है कि सरकार बनने पर भाजपा अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए राजनीतिक तोड़फोड़ का इस्तेमाल करेगी। संभावित टूट को देखते हुए NDA के सहयोगी अभी से ही सतर्क हैं। दलबदल विरोधी कानून में स्पीकर (Speaker) की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। यही कारण है कि NDA के दो बड़े सहयोगियों की नजर अध्यक्ष की कुर्सी पर है।
दिल्ली में एनडीए की बैठक
बुधवार को यानि आज 5 जून को दिल्ली में NDA की बैठक है। इस सम्मेलन में चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार भी शामिल होंगे। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि बैठक के दौरान दोनों औपचारिक रूप से अपनी मांगें रखेंगे या नहीं। हालांकि, चर्चाओं का बाजार गर्म है। राजनीतिक पंडित ये भी कह रहे हैं कि नीतीश कुमार (nitish kumar) सियासी तौर सबसे बड़े बार्गेनर हैं। वे अपनी बात स्पष्ट तौर पर सामने वाले के पास रख देते हैं। इस वक्त तो नीतीश कुमार के दोनों हाथ में लड्डू है। संभव है कि मोदी (pm modi) पर सियासी कंट्रोल (control) रखने के लिए नीतीश स्पीकर वाली चाल चल दें।