Parliament session 2024: लोकसभा की कार्यवाही जारी है। सरकार और विपक्ष एक दूसरे पर सियासी प्रहार कर रहे हैं। लोकसभा के स्पीकर का तो फैसला हो गया है….लेकिन विपक्ष अब दांव पर दांव खेल रहा है। धुआंधार प्रहार कर रहे हैं। स्पीकर पद के लिए तो विपक्ष को ध्वनी मत से हार स्वीकर करनी पड़ी। लेकिन विपक्ष अब डिप्टी स्पीकर के पद की लड़ाई लड़े का मूड बना रहा है।
अयोध्या में विजय दिलाने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद पर अब विपक्ष दांव लगा रहा है। कोशिश है कि लोकसभा चुनाव के दौरान दलितों से जो समर्थन मिला उसे आगे भी बरकरार रखा जाए। माना जा रहा है कि ममता बनर्जी ने भी अवदेश प्रसाद के नाम को बढ़ाने की पहल कर दी है। समाजवादी पार्टी के सांसद अवदेश प्रसाद अब अखिलेश यादव के फैसले का इंतज़ार कर रहे हैं। जबकि खुद अखिलेश यादव समेत कई और अन्य विपक्षी दल मिलजुल कर फैसला लेने की बाद कर चुके हैं। इसके लिए कांग्रेस भी अपना रुख साफ करते दिख रही है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जो भी फैसला अन्य दलों का होगा वह मान्य होगा लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष का ही होना चाहिए। तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के नेता प्रमोद तिवारी ने भी मांग की….अब आम आदमी पार्टी ने भी मांग रखते हुए कहा कि डिप्टी स्पीकर का पद विपक्ष का बनता है, अगर इंडिया गठबंधन को फैसला लेती है तो हम उसके साथ है। दूसरी ओर सत्ता पक्ष का दावा है कि डिप्टी स्पीकर के पद की लड़ाई होती है तो भी विपक्ष को करारी हार का सामना करना पड़ेगा।
आज भी समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर ताबड़तोड़ प्रहार किया है। तो वहीं सरकार की ओऱ से भी तमात सांसद एक्शन में नजर आ रहा है। विपक्ष के पास मुद्दों की भरमार है। अब ऐसे में देखना ये है कि डिप्टी स्पीकर के पद की सियासी लड़ाई कैसी होगी।