Periods Pain Relief Tips: पीरियड्स का दर्द अब होगा छू-मंतर, जानें दर्द से राहत पाने के आसान और नेचुरल उपाय
पीरियड्स के दौरान पेट, कमर और पिंडलियों में ऐंठन, थकान और मूड स्विंग जैसी समस्याएं आम हैं। ऐसे में कुछ घरेलू और नेचुरल उपाय अपनाकर इन समस्याओं से राहत पाई जा सकती है।
Periods Pain Relief Tips: मासिक धर्म (पीरियड्स) महिलाओं की प्रजनन क्षमता से जुड़ी एक नेचुरल प्रक्रिया है, जो आमतौर पर हर 28 से 29 दिनों के अंतराल पर होती है। यह प्रक्रिया लड़कियों में 10 से 15 साल की उम्र से शुरू होकर 45 से 55 साल तक जारी रहती है। इस दौरान 3 से 7 दिनों तक ब्लीडिंग होती है, जिसमें पहले दो दिन अधिक दर्दनाक और असहज हो सकते हैं। पीरियड्स के दौरान पेट, कमर और पिंडलियों में ऐंठन, थकान और मूड स्विंग जैसी समस्याएं आम हैं। ऐसे में कुछ घरेलू और नेचुरल उपाय अपनाकर इन समस्याओं से राहत पाई जा सकती है।
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सिकाई से मिलेगी तुरंत राहत
पीरियड्स के दर्द को कम करने का सबसे आसान और असरदार तरीका है गर्म पानी की सिकाई। पेट के निचले हिस्से में गर्म पानी की बोतल या हीटिंग पैड से हल्की सिकाई करें। इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन कम होती है। दिन में दो से तीन बार यह तरीका अपनाया जा सकता है।
नेचुरल चाय से पाएँ सुकून
पीरियड्स के दौरान अदरक और कच्ची हल्दी की चाय पीना बेहद फायदेमंद होता है। इसमें थोड़ा सा गुड़ मिलाने से इसका स्वाद भी बेहतर होता है और शरीर को गर्मी मिलती है। हालांकि यदि आपको हैवी ब्लीडिंग की समस्या है तो गुड़ से परहेज करें। अदरक और हल्दी में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण दर्द और सूजन को कम करते हैं।
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गर्म तेल की मसाज है कारगर उपाय
गर्म सरसों या नारियल तेल से पेट के निचले हिस्से, कमर, पीठ, पिंडलियों और पैरों की मसाज करें। मसाज करने से रक्त संचार बेहतर होता है और मांसपेशियों में खिंचाव कम होता है, जिससे दर्द में राहत मिलती है। यह उपाय न केवल दर्द से आराम देता है बल्कि शरीर को रिलैक्स भी करता है।
योग और स्ट्रेचिंग करें
पीरियड्स के दौरान योग करना बेहद प्रभावशाली हो सकता है। बालासन, तितली आसन और सुप्त बद्धकोणासन जैसे योगासन मांसपेशियों को आराम देते हैं और तनाव कम करते हैं। साथ ही, हल्की स्ट्रेचिंग से शरीर में फ्लेक्सिबिलिटी बनी रहती है और मूड भी बेहतर होता है। योग को नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाना लाभकारी है।
मूड स्विंग से निपटने के उपाय
हार्मोनल बदलाव के कारण पीरियड्स में मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन आम समस्या है। ऐसे में डार्क चॉकलेट खाना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसमें मौजूद मैग्नीशियम मूड बूस्ट करता है और दर्द को भी कम करता है। इसके अलावा, पर्याप्त नींद लेना, अनुलोम-विलोम करना और हाइड्रेटेड रहना भी जरूरी है। गुनगुना पानी पीने से शरीर में आराम महसूस होता है।
पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द और असहजता को नेचुरल तरीकों से काफी हद तक कम किया जा सकता है। नियमित योग, सही खान-पान, पर्याप्त नींद और मानसिक शांति बनाए रखने से यह समय अधिक सहज और कम दर्दनाक बन सकता है। अगर दर्द बहुत अधिक हो तो डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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