Pithoragarh’s Priyanshu Kharkwal and Nipun Khadayat Army officers: पिथौरागढ़ के प्रियांशु खर्कवाल और निपुण खड़ायत बने सेना में अधिकारी, क्षेत्र में उत्सव का माहौल
Pithoragarh's Priyanshu Kharkwal and Nipun Khadayat Army officers:पिथौरागढ़ के प्रियांशु और निपुण खड़ायत के सेना में अफसर बनने की खबर से पूरे क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्हें बधाई देने वालों का तांता लग गया है
Pithoragarh’s Priyanshu Kharkwal and Nipun Khadayat Army officers: उत्तराखंड के सीमांत जिले पिथौरागढ़ के दो होनहार युवाओं, प्रियांशु खर्कवाल और निपुण खड़ायत, ने भारतीय सेना में अफसर बनकर न केवल अपने परिवार, बल्कि पूरे क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है। देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) की पासिंग आउट परेड पूरी करने के बाद दोनों युवा लेफ्टिनेंट के पद पर नियुक्त हुए। उनकी इस उपलब्धि ने पूरे क्षेत्र में खुशी और गर्व का माहौल बना दिया है।
प्रियांशु खर्कवाल: देश सेवा के प्रति बचपन से समर्पण
पिथौरागढ़ के वड्डा गांव के निवासी प्रियांशु खर्कवाल का सपना था कि वे सेना में अधिकारी बनकर देश की सेवा करें। उनकी मेहनत और समर्पण ने अप्रैल 2020 में उन्हें राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में चयनित किया। इसके बाद, उन्होंने देहरादून की आईएमए से कड़ी प्रशिक्षण पूरी की और अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गए।
प्रियांशु के पिता धीरेंद्र खर्कवाल पुणे में केमिकल इंजीनियर हैं, और उनकी माता ममता खर्कवाल एक गृहिणी हैं। उनके माता-पिता ने गर्व के साथ बताया कि प्रियांशु को बचपन से ही देश सेवा का जुनून था। प्रियांशु के पिता ने कहा, “हमारे लिए यह गर्व का क्षण है कि हमारा बेटा वर्दी पहनकर देश की सेवा करेगा।”
निपुण खड़ायत: मेहनत और पारिवारिक समर्थन का परिणाम
डीडीहाट के उड़मा गांव के निपुण खड़ायत ने भी अपने कठिन परिश्रम और संकल्प के बल पर यह उपलब्धि हासिल की। उनके पिता कमान सिंह खड़ायत राजकीय इंटर कॉलेज हवालबाग में प्रधानाचार्य हैं, जबकि उनकी माता कुसुम खड़ायत राजकीय प्राथमिक विद्यालय हवालबाग में प्रधानाध्यापिका के पद पर कार्यरत हैं।
निपुण ने अल्मोड़ा के होली एंजेल स्कूल से इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई पूरी की और फिर एनडीए की तैयारी में जुट गए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, गुरुजनों और भाइयों को दिया। उनकी उपलब्धि ने न केवल परिवार, बल्कि पूरे गांव को गर्व से भर दिया है।
क्षेत्र में खुशी का माहौल
प्रियांशु और निपुण की इस शानदार उपलब्धि ने पिथौरागढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र में उत्सव का माहौल बना दिया है। दोनों के घरों पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। ग्रामीणों ने मिठाइयां बांटी और इन युवाओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
आईएमए की पासिंग आउट परेड: प्रेरणादायक आयोजन
देहरादून स्थित आईएमए में हाल ही में हुई पासिंग आउट परेड में इस बार 456 नए सैन्य अधिकारी देश को मिले, जिनमें 35 विदेशी कैडेट्स भी शामिल थे। यह आयोजन न केवल सेना के लिए बल्कि देश के युवाओं के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बना।
नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा
प्रियांशु खर्कवाल और निपुण खड़ायत की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि समर्पण और दृढ़ निश्चय से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनकी यह उपलब्धि सीमांत क्षेत्रों के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
पिथौरागढ़ के इन दोनों युवा अधिकारियों ने अपनी मेहनत से यह सिद्ध कर दिया कि सपने साकार करने के लिए सीमित संसाधन कभी बाधा नहीं बनते। उनकी सफलता देश सेवा के प्रति समर्पित हर युवा के लिए मार्गदर्शक है।