PM Modi arrived Maldives: मालदीव पहुंचे पीएम मोदी, राष्ट्रपति मुइज्जू और कई मंत्रियों ने किया स्वागत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को मालदीव पहुंचे। राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू ने उनका भव्य स्वागत किया। पीएम मोदी मालदीव के स्वतंत्रता दिवस के मुख्य अतिथि के रूप में गए हैं। वहां लोग मोदी के स्वागत में हाथों में तिरंगा लहरा रहे थे। मोदी का यह दौरा कई मायनों में बेहद अहम और खास होने वाला है।
PM Modi arrived Maldives: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार, 25 जुलाई को ब्रिटेन की अपनी दो दिवसीय यात्रा पूरी करने के बाद मालदीव के माले पहुंचे। जहां मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जु ने पीएम मोदी को गले लगाकर उनका स्वागत किया। साथ ही, देश के विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री, वित्त मंत्री और गृह सुरक्षा मंत्री भी वहां पीएम के स्वागत के लिए मौजूद थे।
मालदीव के साथ चल रहे तनाव के बीच स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने का मतलब है कि दोनों देश एक-दूसरे के साथ बेहतर संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं। भारत नहीं चाहता कि मालदीव के साथ उसके संबंध और बिगड़ें, क्योंकि भारत जानता है कि ऐसा होने पर चीन को ज्यादा फायदा होगा।
पढ़े : प्रधानमंत्री मोदी ने किंग चार्ल्स से की मुलाकात, भेंट किया विशेष उपहार
यहां देखें वीडियो
#WATCH | Indian diaspora extends a warm welcome to PM Modi on his arrival in Maldives
— ANI (@ANI) July 25, 2025
(Video source: ANI/DD) pic.twitter.com/9vsdx9uBWs
पूरे देश में लगाए गए मोदी को बधाई देने वाले पोस्टर
मालदीव में हर जगह प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत और अभिनंदन के पोस्टर लगे हुए हैं। ज्यादातर पोस्टरों पर मोदी की तस्वीर थी। प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने आए लोग हाथों में तिरंगा लहरा रहे थे। कई बच्चे मोदी के प्रति अपना प्यार दिखाने के लिए उनकी तस्वीर अपने साथ ले गए थे।
#WATCH | Chants of 'Vande Mataram' and 'Bharat Mata ki Jai' resonate as PM Narendra Modi arrives in Maldives on a two-day official visit pic.twitter.com/vRadq9Wjs5
— ANI (@ANI) July 25, 2025
क्यों है प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा खास?
प्रधानमंत्री मोदी का मालदीव दौरा कई मायनों में खास है। भारत-मालदीव संबंधों में स्थिरता और विश्वास की बहाली एक अहम वजह है। इसके अलावा, स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर मिला निमंत्रण भी भारत के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत है। चीन को यह संदेश मिला कि दक्षिण एशिया में भारत की कूटनीति निर्णायक भूमिका निभाती है, जो चीन के लिहाज से भारत के लिए अच्छी बात है।
पढ़े ताजा अपडेट: Newswatchindia.com: Hindi News, Today Hindi News, Breaking
राष्ट्रपति मुइज्जु सरकार के कई भारत विरोधी फैसलों के बावजूद, मोदी सरकार ने संयम दिखाया और अपनी चतुर रणनीति से हालात बदल दिए। भारत अपने पड़ोसी मालदीव के साथ कभी टकराव नहीं चाहता था।
भारत क्यों नहीं चाहता था मालदीव के साथ टकराव?
भारत मालदीव के साथ टकराव नहीं चाहता, इसके कई कारण हैं। मालदीव के साथ उसके तनाव और हिंद महासागर में भारत का सबसे करीबी समुद्री पड़ोसी होने के कारण उसका भू-राजनीतिक महत्व। इसके अलावा, चीन निवेश के ज़रिए मालदीव में अपना दखल बढ़ा रहा था। तीसरा कारण भारत की “पड़ोसी पहले” नीति है, जिसमें मालदीव हमेशा से भारत की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर रहा है।
Latest ALSO New Update Uttar Pradesh News, उत्तराखंड की ताज़ा ख़बर
भारत ने कैसे बदला समीकरण?
भारत ने 2024 में मालदीव को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए 40 करोड़ डॉलर की सहायता प्रदान की। भारत ने नौसेना उपकरण, प्रशिक्षण और हवाई सेवाओं जैसे रक्षा सहयोग को भी बनाए रखा। भारत ने कई परियोजनाओं के माध्यम से मालदीव में बुनियादी ढांचे का विकास किया। भारत ने जनवरी और मई 2025 में नई दिल्ली और माले में कई उच्च-स्तरीय बैठकें कीं। इस तरह की राजनीतिक बातचीत ने दोनों देशों के बीच तनाव को कम करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TVलाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा Aopp डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV