सिडनी में लग रहे मोदी के जयकारे की आवाज दिल्ली तक पहुँच रही है !
Politics News : भारत अब 70 और 80 के दशक वाला नहीं रहा। काफी आगे निकल चुका है। आज भारत विकासशील देशों की सूची में शामिल है और तेजी से विकसित देशो की तरफ आगे बढ़ रहा है। अर्थशास्त्र के विकास मॉडल के मुताबिक टेक ऑफ़ स्टेज को भी पार कर गया है और अब यह उड़ान भड़ने को तैयार है। भारत जो कुछ सालों तक अनाज के लिए दुसरो देशों पर निर्भर था ,आज दुसरो का पेट भर रहा है। कई देश भारत से अनाज की मांग कर रहे हैं। भारत के किसान का ही यह कमाल है कि इन्होने न सिर्फ अपना पेट भरा बल्कि अब दुनिया का पेट भरने को भी तैयार है। हर क्षेत्र में भारत का डंका बज रहा है और विश्व मंच पर भारत की सकह में काफी बढ़ोतरी हुई है। यह सब बीते कुछ सालों में भारत के तमाम प्रधानमंत्रियों की उपलब्धि है। सबने बहुत कुछ किया है। जिसके कल में जो भी संभव हुआ होता गया। और पिछले एक दशक में मौजूदा मोदी सरकार ने जो भी किया है वह भी कुछ कम नहीं। आज भारत सर उठाकर दुनिया के सामने खड़ा है। मोदी की भूमिका भी इसमें कमतर नहीं।
पीएम मोदी इन दिनों विदेश की यात्रा पर हैं। वे जापान गए फिर पापुआ न्यू गिनी ,फिजी और अब आस्ट्रेलिया के दो दिवसीय दौरे पर हैं। सोमवार को पीएम मोदी सिडनी पहुंचे। सिडनी में जिस तरह से उनका स्वागत किया गया ,बेजोड़ था। वहां पीएम मोदी का स्वागत हो रहा था और दिल्ली के लोग मुस्कुरा रहे थे। सिडनी में भारत माता की जय और बन्दे मातरम के नारे लग रहे थे कोई हेल मोदी ,नमस्ते मोदी ,वणक्क्म मोदी जाप कर रहे थे। एयरपोर्ट से लेकर पुरे सिडनी में लोगों का तांता लगा हुआ था। भीड़ उमड़ पड़ी थी। कोई एक झलक पाने को बेकरार था तो कोई हाथ मिलाने को वेचैन। पीएम मोदी भी इस तरह के स्वागत से अभिभूत थे। इसकी कल्पना भी वे नहीं किये थे।
पीएम मोदी दो दिनों की यात्रा पर यहां पहुंचे हैं। ये उनकी आधिकारिक यात्रा है। उनके साथ भी अधिकारीयों और कॉर्पोरटसे जुड़े लोगों की लम्बी फ़ौज है। आज पीएम मोदी आस्ट्रेलियाई नेतृत्व ,व्यापार समुदाय और प्रवासी भारतियों के साथ रचनात्मक बातचीत करेंगे। 2014 के बाद यह मोदी की पहली यात्रा है इसलिए कई मसलों पर बातचीत होनी है। ऑस्ट्रेलिया से भारत को काफी उम्मीद है तो ऑस्ट्रेलिया भी भारत की तरफ हसरत भरी निगाहों से देख रहा है। स्वागत के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय लोग भी वहां उपस्थित थे। कोई हाथ मिलकर ही अंगराई ले रहा था तो कोई अभिवादन करके ही खुश हुआ जा रहा था। कोई कह रहा था मोदी जी ! हमें आपसे बहुत उम्मीद है।
बता दे कि यह वही आस्ट्रेलिया है जहाँ से कभी हम गेहूं का आयात करते थे लेकिन अब यहाँ गेहूं के साथ ही कई और खाद्यान्न निर्यात कर रहे हैं। पिछले 40 सालों में भारत के किसानो ने को हरित क्रांति की है इससे देश की छवि ही बदल गई है।
राजीव गाँधी जब प्रधानमंत्री थे तब उन्होंने ऑस्ट्रेलिया का दूर किया था और दोनों देशों के बीच मधुर सम्बन्ध बने थे। फिर पीएम मोदी 2014 में ऑस्ट्रेलिया आये और पहले के सम्बन्ध को और भी मजबूत किया। इसके बाद मौजूदा समय में पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के सम्बन्धो को और भी ऊंचाई पर ले जयेगा।
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ऑस्ट्रेलिया में बड़ी संख्या में भारतीय लोग रहते हैं। कई तो बड़े व्यापारी हैं तो कई बड़े उद्योगपति भी। पीएम मोदी ने अपनी पहली यात्रा में ओलंपिक पार्क में 20 हजार भर्तियों को सम्बोधित किया था लेकिन इस बार यह संख्या काफी अधिक हो सकती है।