PM MODI MP CG VISIT: 2024 में होने वाले लोकसभा चुनावों को अब कुछ ही महीनों का वक्त बचा है, लोकसभा चुनावों को जीतने के लिए नेता राजनेता धुआंधार बयानबाजी दे रहे हैं। एक तरफ देश की सबसे बड़ी पार्टी भारतीय जनता पार्टी है, तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष का I.N.D.I.A गठबंधन है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मोर्चा संभाल लिया है और जीत की रणनीती लगातार तैयार की जा रही है।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फुल एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में PM Narendra Modi ने मध्य प्रदेश के बीना से सनातन धर्म का अपमान करने वालों पर तगड़ा प्रहार किया। पीएम नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A को निशाने पर लिया। पीएम ने कहा कि कुछ दल समाज को विभाजित करने में लगे हुए हैं । उनका मकसद भारत की संस्कृति पर हमला करना है।
24 में चुनाव…सनातन पर बवाल
भारतीय जनता पार्टी सनातन के मुद्दे पर जमकर बयानबाजी दे रही है, बस फर्क इतना है कि विपक्षी नेता सनातन का अपमान कर रहे हैं, और भारतीय जनता पार्टी के नेता सनातन का गुणगान कर रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी ने सनातन का पहले भी जिक्र करते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से कहा था कि वो इस विवाद का सख्ती से जवाब दें। अब ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ये बयान काफी कुछ बयां कर रहा है।
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PM Narendra Modi के बयान के सियासी मायने
भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व और विकास के दम पर 24 में जीत की हुंकार भर रही है। अब पीएम मोदी का ये बयान भी साफ बता रहा है कि बीजेपी 2024 में हिंदुत्व के दम पर ही चुनाव लड़ेगी, बता दें कि भारतीय जनता पार्टी को हिंदुत्व के दम पर चुनाव लड़ने से हर बार फायद भी होता है।
क्या कहते हैं आंकड़े ?
2014 में हुए लोकसभा चुनावों में NDA को 43 फीसदी हिंदू वोट मिले था, भारतीय जनता पार्टी ने जिसके बाद हिंदुत्व का मुद्दा जमकर उछाला, जिसका फायदा उनको 2019 में हुए लोकसभा चुनावों में हुआ 2019 में NDA को 2019 में 52 फीसदी वोट मिले था, यानी की 2014 की तुलना में 2019 में भारतीय जनता पार्टी को फायदा हुआ था।
फ्रंटफुट पर BJP, बैकफुट पर DMK
तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन के बेटे ने जबसे सनातन धर्म पर बयान दिया है तभी से विवाद बढ़ा हुआ है। विवाद में बीजेपी लगातार स्टालिन को निशाने पर ले रही है। जिससे की विपक्ष बैकफुट पर दिखाई दे रहा है। बुधवार को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि सनातन धर्म पर अब बयानबाजी खत्म करें, क्योंकि इसका फायदा भारतीय जनता पार्टी उठा रही है। आए दिन भारतीय जनता पार्टी का कोई ना कोई नेता, मत्री इस मुद्दे पर बयानबाजी दे रहा है। स्टालिन ने आगे कहा कि इस मुद्दे पर बात नहीं करें, बल्कि NDA सरकार को घेरने के लिए भ्रष्टाचार, बेरोजगारी जैसे मुद्दे पर बोलें।
क्यों बढ़ा विवाद ?
सनातन पर बयानबाजी कोई पहली बार नहीं हुई है, कई बार विपक्षी नेता सनातन का अपमान कर चुके हैं। इस बार इस विवाद की शुरुआत तमिलनाडु चीफ मिनिस्टर के बेटे और सरकार में मंत्री उदयनिधि के बयान से हुई थी। उन्होंने बयान देते हुए कहा था कि सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए. बल्कि, इसे समाप्त ही कर देना चाहिए. सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है. कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए. हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते. हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है.’ जिसके बाद इस मुद्दे को भारतीय जनता पार्टी ने जमकर उछाला। बीजेपी के नेताओं ने धुआंधार हमला बोला।