Engineer’s Day 2024: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 15 सितम्बर को इंजीनियर्स दिवस पर शुभकामनाएं दीं। इस शुभ अवसर पर प्रसिद्ध भारतीय सिविल इंजीनियर, प्रशासक और राजनेता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को याद करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने सभी इंजीनियरों को प्रगति, नवाचार और समस्या समाधान में उनके योगदान के लिए शुभकामनाएं दीं।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देते हुए एक वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा, “सभी इंजीनियरों को इंजीनियर्स दिवस की शुभकामनाएं, जो प्रगति को आगे बढ़ाते हैं, नवाचार करते हैं और हर क्षेत्र में महत्वपूर्ण चुनौतियों का समाधान करते हैं।” पोस्ट में आगे लिखा गया है, “सर एम. विश्वेश्वरैया को याद करते हुए, जिनका इंजीनियरिंग में योगदान सर्वविदित है।”
इसके साथ ही पीएम मोदी ने कुछ फोटो के साथ एक और अन्य पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया जिसके कैप्शन में उन्होंने लिखा, “#इंजीनियर्सडे पर हम दूरदर्शी इंजीनियर और राजनेता सर एम विश्वेश्वरैया को श्रद्धांजलि देते हैं। वे पीढ़ियों को नवाचार करने और राष्ट्र की सेवा करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं। यहाँ चिक्काबल्लापुरा की झलकियाँ हैं, जहाँ मैंने इस वर्ष की शुरुआत में अपनी यात्रा के दौरान उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।”
क्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स दिवस?
इंजीनियर्स दिवस हर साल इंजीनियरों के योगदान और उपलब्धियों को सम्मान देने और उन्हें मान्यता देने के लिए मनाया जाता है। यह दिन सर एम विश्वेश्वरैया की जयंती का प्रतीक है, जो सिविल इंजीनियरिंग में अपने अग्रणी कार्य और देश के बुनियादी ढांचे के विकास में योगदान के लिए प्रसिद्ध हैं।
एम विश्वेश्वरैया ने सिविल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसमें क्रिटिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का एग्जिक्यूशन और उनके डिजाइन का डेवलपमेंट शामिल है। आपको बता दें कि, एम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को हुआ था और इसलिए इस दिन हम विश्वेश्वरैया की 163वीं जयंती और इंजीनियर्स दिवस मनाते हैं।
यह दिन उन सभी इंजीनियरों को सम्मानित करता है जो समाज की रीढ़ की हड्डी के रूप में काम करते हैं और उनके नवाचारों, समर्पण और सरलता के लिए। इंजीनियरों का योगदान विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, कंप्यूटर, एयरोस्पेस और बायोमेडिकल इंजीनियरिंग शामिल हैं। सड़कें, पुल, गगनचुंबी इमारतें, जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण, अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर और बहुत कुछ – ये सभी इन मास्टरमाइंड के महत्वपूर्ण योगदान के कारण संभव हो पाए हैं।