नई दिल्ली: विश्व पर्यावरण दिवस पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान भवन में आयोजित मिट्टी बचाओ अभियान में कहा कि भारत को 2070 तक कार्बन मुक्त करना है। उन्होने कहा कि भूमि दुनिया के पंचतत्वों में से एक है। हम भूमि को नुकसान होने की बात मानते हैं, लेकिन हम ही नुकसान पहुंचानते हैं, ये नही मानते हैं।
मोदी ने कहा कि 12 करोड़ किसानों को भूमि स्वास्थ्य कार्ड दिये हैं। इसके बाद से किसानों को फसलों की लागत 8 से 10 प्रतिशत कम हुई है, जबकि उत्पाद 5 से 7 फीसदी बढा है। उन्होने कहा कि सरकार का वर्ष 2030 तक 26 मिलियन हेक्टर बंजर भूमि रिस्टोर करने का लक्ष्य है। उन्होने देश की जनता से सरकार की बड़ी उपलब्धि शेयर करते हुए कहा कि भारत ने पैट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य तय अवधि से पांच माह पहले हासिल कर लिया है। वर्ष 2014 से पहले पैट्रोल में मात्र1.5 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण होता था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पैट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनॉल मिश्रण के परिणामस्वरुप प्रति वर्ष 27 लाख टन कार्बन उत्सर्जन कम हुआ। मोदी ने कहा कि वह सरकार कृषि कोरिडोर बनाने जा रही है। साथ ही गंगा किनारे पेड़ लगाकर 20 हजार हेक्टेयर वन का दायर बढायेगा। उन्होने कहा कि केन्द्र सरकार देश के प्रत्येक जनपद में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण करवाया जाएगा, जिससे भूमि की ऊपरी सतह पर नमी रोकने, भूजल स्तर के नीचे गिरने से रोका जा सकेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के मामले में भारत की भूमिका बहुआयामी रहा है। सामूहिक अभियानों से जलवायु परिवर्तन की समस्याओं का हल निकाला जाएगा। उन्होने कहा कि हम सबको जल संरक्षण के लिए नदियों के किनारे पेड़ लगाने और वन्य जीवों को संरक्षित करने पर बल देगा।