Vande Bharat Train: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 31 अगस्त 2024 को तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को उद्घाटन करेंगे। यह पहल अत्याधुनिक ट्रेनों के साथ रेल संपर्क बढ़ाकर प्रधानमंत्री के ‘मेक इन इंडिया’ और आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को दर्शाती है।
नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें तीन प्रमुख मार्गों पर यात्रा के समय और आराम में उल्लेखनीय सुधार लाएगी।
मेरठ सिटी – लखनऊ: इससे इस रूट पर वर्तमान सबसे तेज ट्रेन की तुलना में यात्रा का समय लगभग 1 घंटा कम हो जाएगा, जिससे यात्रियों को दोनों शहरों के बीच तेजी से यात्रा करने में मदद मिलेगी।
चेन्नई एग्मोर – नागरकोइल: नई सेवा से यात्रा समय में 2 घंटे से ज़्यादा की कमी आएगी, जिससे यात्रियों को तेज़ और ज़्यादा कुशल विकल्प मिलेगा।
मदुरै – बेंगलुरु: इस रूट पर यात्रियों को लगभग 1 घंटे 30 मिनट की यात्रा समय में कमी का फ़ायदा मिलेगा।
इन वंदे भारत ट्रेनों को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिससे लोगों को बेहतर गति और आराम के साथ कुशल यात्रा करने का अनुभव प्रदान हो। इस योजना का उद्देश्य दैनिक यात्रियों, पेशेवरों, व्यापारियों और छात्रों की जरूरतों को पूरा करके उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक राज्यों को लाभान्वित करना है।
वंदे भारत एक्सप्रेस: भारत की सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन रेल यात्रा को बदल रही है
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने और रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर को मॉडर्न बनाने के लिए भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 फरवरी, 2019 को पहली वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन किया था।
वंदे भारत एक अर्ध-उच्च गति वाली रेलगाड़ी है जिसमें 16 स्व-चालित डिब्बे हैं – इन्हें इंजन की आवश्यकता नहीं होती। इसे वितरित कर्षण शक्ति प्रणाली कहा जाता है, जो तेजी से दुनिया भर में यात्री परिचालन के लिए आदर्श बनती जा रही है। वितरित शक्ति, लोको-चालित रेलगाड़ियों की तुलना में अधिक त्वरण और मंदी को सक्षम बनाती है, क्योंकि लोको-चालित रेलगाड़ियों को अधिकतम गति तक पहुंचने या धीरे-धीरे रुकने में अधिक समय लगता है।
इन ट्रेनों में बेहतर सीटिंग, एयर कंडीशनिंग सिस्टम में एंटी-बैक्टीरियल सिस्टम और 140 सेकंड में 160 किमी/घंटा की गति पकड़ने की क्षमता के मामले में सुधार किया गया है।