Arvind Kejriwal Latest News: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) के तिहाड़ जेल में मधुमेह के इलाज को लेकर चल रहे विवाद के बीच, दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) ने रविवार को केंद्र सरकार (Central government) पर एक निर्वाचित मुख्यमंत्री (elected chief minister) की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया। सौरभ भारद्वाज ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के डीजी से एम्स (AIIMS) को एक मधुमेह रोग विशेषज्ञ (Diabetologist) के अनुरोध वाले पत्र पर प्रकाश डाला, जो पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं के भारतीय जनता पार्टी (BJP) के दावों का खंडन करता है।
उन्होंने कहा, “न केवल भारत में बल्कि कई अंतरराष्ट्रीय मीडिया आउटलेट (international media outlets) देख रहे हैं कि कैसे एक केंद्र सरकार (a central government) एक निर्वाचित सीएम को मारने की साजिश रच सकती है।”
दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ”तिहाड़ जेल के डीजी ने कल एम्स को लिखा कि हमें एक मधुमेह रोग विशेषज्ञ की जरूरत है, इससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) बेनकाब हो गई क्योंकि कल तक वे कह रहे थे कि उनके पास सभी विशेषज्ञ हैं, चाहे इंसुलिन हो, सब कुछ जेल में उपलब्ध है और अरविंद केजरीवाल झूठ बोल रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “एक सामान्य डॉक्टर (general doctor), मुझे नहीं पता कि वह जेल में कैसे है, उसकी सिफारिशों पर ये सभी हेरफेर किए जा रहे हैं और दिल्ली के निर्वाचित सीएम को इंसुलिन देने से इनकार किया जा रहा है।”
दिल्ली के मंत्री ने केजरीवाल के इलाज में हेरफेर का आरोप लगाते हुए दावा किया कि सीएम को इंसुलिन देने से इनकार करने के लिए एक सामान्य डॉक्टर की सिफारिशों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इसी तरह की भावना व्यक्त करते हुए, दिल्ली की एक अन्य मंत्री और आप नेता आतिशी (aap neta atishi) ने कहा, “ऐसी क्रूरता अंग्रेजों के शासनकाल (British rule) में भी नहीं होती थी। भाजपा की यह कैसी क्रूरता है कि वे 300 से ऊपर शुगर लेवल वाले मधुमेह रोगी को इंसुलिन देने से इनकार कर रहे हैं।”
जवाब में, जेल अधिकारियों (prison officers) ने कहा कि केजरीवाल को इंसुलिन की सलाह नहीं दी गई थी और गिरफ्तारी से पहले उन्होंने इंसुलिन की खुराक (insulin dose) बंद कर दी थी। दिल्ली के उपराज्यपाल (Lieutenant Governor of Delhi) को सौंपी गई एक रिपोर्ट के अनुसार, केजरीवाल इंसुलिन रिवर्सल कार्यक्रम (insulin reversal program) पर थे और केवल मेटफॉर्मिन नामक एक बुनियादी मधुमेह विरोधी मौखिक गोली ले रहे थे।
आम आदमी पार्टी (AAP) ने अधिकारियों पर इंसुलिन न देकर केजरीवाल की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया। रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के मधुमेह का प्रबंधन मौखिक मधुमेह विरोधी दवाओं से किया गया था, और उन्होंने 10 अप्रैल और 15 अप्रैल को एक दवा विशेषज्ञ (drug specialist) से परामर्श किया था। इसने उनके उपचार के दौरान इंसुलिन इनकार के दावों का खंडन किया।