Padma Shri Award 2024: पद्मश्री से सम्मानित द्रोण भुइयां को पैर छूकर प्रधानमंत्री मोदी ने किया प्रणाम
Prime Minister Modi saluted Padma Shri awardee Drona Bhuiyan by touching his feet
Padma Shri Award 2024: राष्ट्रियपति भवन राष्ट्रपति भवन (President’s House) में सोमवार 22 अप्रैल को आयोजित पद्म पुरस्कार समारोह (padma award ceremony) में द्रोण भुइयां (Drona Bhuiyan) को कला के क्षेत्र (field of art) में पद्मश्री से सम्मानित (honored with Padmashree) किया गया।
इस समारोह की खास बात
इस दौरान द्रोण भुइयां जब सम्मानित होकर लौटे तो प्रथम पंक्ति में बैठे पीएम से मुलाकात की। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के पैर छुए और इसके बाद पीएम मोदी ने भी पद्मश्री भुइयां (Padmashree Bhuiyan) उनके पैर छूकर उन्हें प्रणाम किया।
22 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में पद्म पुरस्कार विजेताओं (Padma award winners) को सम्मानित किया गया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वे पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित द्रोण भुइयां के पैर छू रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
कौन हैं द्रोण भुइयां?
असम के रहने वाले द्रोण भुइयां एक मशहूर कलाकार (famous artist) हैं। पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित द्रोण भुइयां ओजापाली (Ojapali) और देवधानी नृत्य (Devdhani dance) में माहिर हैं। उन्हें संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) की ओर से गुरु की उपाधि (master’s degree) दी गई है। इसके अलावा उन्हें असम संस्कृति महासेवा (Assam Culture Mahaseva) की ओर से जीबन जोरा साधोना बोटा (Jibon Jura Sadhona Bota) और असम सरकार की ओर से बिशु राभा पुरस्कार (Bishu Rabha Award) से सम्मानित किया जा चुका है। पद्मश्री भुइयां (Drona Bhuiyan) द्वारा असम के दर्रांग में कला को बढ़ावा देने के लिए एक प्रशिक्षण केंद्र (Training Center) भी खोला गया है।
राष्ट्रियपति भवन में आयोजित समारोह में पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू, अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती, गायिका उषा उत्थुप और टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना समेत कई हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया।
बता दे कि, श्री नायडू के साथ सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक (Founder of Sulabh International) बिंदेश्वर पाठक (Bindeshwar Pathak) और भरतनाट्यम नृत्यांगना (Bharatanatyam Dancer) पद्मा सुब्रह्मण्यम (Padma Subramaniam) को भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। बिंदेश्वर पाठक को यह पुरस्कार मरणोपरांत (Award Posthumously) दिया गया और उनकी पत्नी अमोला (Amola) ने इसे ग्रहण किया।
साथ ही उद्योगपति सीताराम जिंदल (Industrialist Sitaram Jindal) और उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल (Former Governor) राम नाईक (Ram Naik) को भी पद्म भूषण से सम्मानित किया गया।
गुजरात के हृदय रोग विशेषज्ञ (Cardiologist) तेजस मधुसूदन पटेल (Tejas Madhusudan Patel), वरिष्ठ मराठी फिल्म निर्देशक (Rishtha Marathi film director) दत्तात्रेय अंबादास मायालू (Dattatreya Ambadas Mayalu) उर्फ राजदत्त और कालाजार पर अनुसंधान और नीति में योगदान के लिए जाने जाने वाले चिकित्सक चंद्रेश्वर प्रसाद ठाकुर (Doctor Chandreshwar Prasad Thakur) भी पद्म भूषण से सम्मानित होने वाले अन्य उल्लेखनीय लोगों में शामिल थे।
इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और विदेश मंत्री एस. जयशंकर सहित कई अन्य लोग भी शामिल थे।
पद्मश्री पुरस्कार पाने वालों में उत्तर प्रदेश के कुशल कालीन बुनकर खलील अहमद (Skilled carpet weaver Khalil Ahmed), मध्य प्रदेश के लोक गायक (Folk singer) कालूराम बामणिया (Kaluram Bamaniya), बांग्लादेशी गायिका (Bangladeshi Singer) रेजवाना चौधरी बन्न्या (Rezwana Chaudhary Bannya), उत्तर प्रदेश की चिकनकारी कढ़ाई कलाकार नसीम बानो और पश्चिम बंगाल के कूच बिहार की राजबंगशी लोक गायिका गीता रॉय बर्मन शामिल हैं।
अन्य उल्लेखनीय पुरस्कार विजेताओं में श्री बोपन्ना, त्रिपुरा के आध्यात्मिक व्यक्ति चित्त रंजन देबबर्मा, बैंकर कल्पना मोरपारिया, परोपकारी किरण नादर, हरियाणा के सामाजिक कार्यकर्ता गुरविंदर सिंह और उत्तर प्रदेश की लोक गायिका उर्मिला श्रीवास्तव भी शामिल थीं।