Prostitution racket busted in Dehradun: देहरादून पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर में चल रहे देह व्यापार के रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने नेहरू कॉलोनी क्षेत्र स्थित एक होटल पर छापा मारकर देह व्यापार में संलिप्त चार युवतियों को रेस्क्यू किया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह ऑपरेशन एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप), और नेहरू कॉलोनी पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा चलाया गया, जिसमें होटल की आड़ में चल रहे इस गंदे धंधे का भंडाफोड़ हुआ।
सूचना और कार्रवाई का आधार
देहरादून के एसएसपी अजय सिंह को गुप्त सूत्रों से जानकारी मिली कि नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में एक होटल में देह व्यापार संचालित किया जा रहा है। इस सूचना के आधार पर एसएसपी ने तुरंत एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट, एसओजी, और नेहरू कॉलोनी पुलिस की एक विशेष टीम गठित की और अपराधियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पुलिस ने पूरी योजना बनाकर बीती रात दून यूनिवर्सिटी रोड स्थित एक होटल पर छापेमारी की, जहां यह रैकेट सक्रिय रूप से संचालित हो रहा था।
छापेमारी और गिरफ्तारियां
छापेमारी के दौरान पुलिस ने होटल से अलग-अलग राज्यों की चार युवतियों को रेस्क्यू किया, जो हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा की रहने वाली थीं। पुलिस ने बताया कि इन युवतियों को नौकरी और अच्छी तनख्वाह का झांसा देकर देह व्यापार में धकेला गया था।
इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें मुख्य आरोपी संजू शाही शामिल है, जो नेपाल के बदरिया जिले का रहने वाला है। इसके अलावा, ब्रोकर आकाश गुप्ता जो राजस्थान के धौलपुर का निवासी है, और मोहम्मद अजकान उर्फ मोहम्मद सलमान जो रायबरेली का रहने वाला है, को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की, जिसका इस्तेमाल देह व्यापार के दौरान किया जाता था।
मुख्य आरोपी का आपराधिक इतिहास
पुलिस पूछताछ के दौरान मुख्य आरोपी संजू शाही ने कबूल किया कि वह पहले भी दो बार देह व्यापार के अपराध में गिरफ्तार हो चुका है। नोएडा में वह पहले इस प्रकार के अपराधों में लिप्त था और जेल की सजा काट चुका है। वह फिर से सक्रिय होकर इस अवैध धंधे को चला रहा था। पुलिस के मुताबिक, संजू ने एक वेबसाइट बनाई थी, जिसके जरिए वह ग्राहकों से संपर्क करता था। इसके अलावा, वह व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया माध्यमों का इस्तेमाल करता था ताकि ग्राहकों तक पहुंच बनाई जा सके।
युवतियों को फंसाने की साजिश
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने युवतियों को नौकरी और उच्च वेतन का लालच देकर फंसाया था। वे युवतियों को अलग-अलग राज्यों से यहां लाकर इस अवैध काम में धकेलते थे। होटल में ग्राहकों की सुविधा के लिए सभी व्यवस्थाएं की जाती थीं और उन्हें वेबसाइट तथा मोबाइल के जरिए संपर्क कर बुलाया जाता था। कई मामलों में युवतियों को इस काम में फंसने के बाद उनसे जबरन काम करवाया जाता था।
अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना नेहरू कॉलोनी में अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम, 1956 की धारा 3, 4, 5, 6, और 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इन धाराओं के तहत आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है, और उन्हें सख्त सजा मिलने की संभावना है। पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल देह व्यापार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके पीछे एक बड़ा अंतरराज्यीय रैकेट भी हो सकता है, जिसकी जांच की जा रही है।
होटल मालिक और एक अन्य ब्रोकर फरार
हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी और दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन होटल मालिक दीपक, जो नई दिल्ली का निवासी है, और एक अन्य ब्रोकर शोएब अभी फरार हैं। पुलिस ने इन दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है। पुलिस का मानना है कि इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद इस रैकेट से जुड़े और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।
पीड़ितों को दी जाएगी कानूनी सहायता
पुलिस द्वारा रेस्क्यू की गई चारों युवतियों को पूरी कानूनी और मानसिक सहायता प्रदान की जाएगी। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस सुनिश्चित करेगी कि इन पीड़ितों को उनके अधिकारों के अनुसार न्याय मिले और उन्हें पुनर्वासित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं। पुलिस पीड़ितों के लिए विशेष कानूनों के तहत सहायता सुनिश्चित कर रही है ताकि उन्हें इस भयावह अनुभव से उबरने में मदद मिल सके।
देहरादून में बढ़ रही सुरक्षा जागरूकता
इस घटना के बाद पुलिस ने देहरादून में सुरक्षा को लेकर और सतर्कता बढ़ा दी है। शहर में ऐसे अवैध कार्यों के खिलाफ पुलिस सक्रिय रूप से काम कर रही है और नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। पुलिस का मानना है कि देह व्यापार के इस रैकेट के खुलासे के बाद अन्य क्षेत्रों में भी इस तरह के कार्यों की जांच की जाएगी ताकि इस प्रकार की अवैध गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाई जा सके।