Today Political News Headline: फ़िल्मी दुनिया में राज बब्बर एक सफल अभिनेता रहे हैं। उनकी कई फिल्मे खूब चली थी और सुपर हिट भी रही। वे किसी परिचय के मोहताज नहीं। अगर फ़िल्मी दुनिया को ही पकडे रहते तो आज भी उनके पास फिलोम की कोई कमी नहीं होती।
लेकिन उनका शौक राजनीति में भी रहा और समाजवादी राजनीति से उन्होंने जीवन की शुरुआत भी की। वहां भी वे सफल रहे। सांसद रहे और संसद में उनकी पहचान भी खूब रही। बाद में उन्होंने पार्टी को बदला और कांग्रेस को स्वीकार किया। अभी राज बब्बर कही नहीं है। लेकिन इस लोकसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें हरियाणा के गुरुग्राम से उम्मीदवार घोषित किया है।
हरियाणा की बची हुई एक सीट पर कांग्रेस ने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। फिल्म स्टार रहे और समाजवादी पार्टी से होकर कांग्रेस में पहुंचे राज बब्बर को कांग्रेस ने गुड़गांव सीट पर उम्मीदवार बनाया है। अब राज बब्बर को लेकर कई तरह की बाते की जा रही है। गुरुग्राम में उनकी क्या स्थिति होगी और उनकी राजनीति कितनी सफल होगी यह तो देखने की बात है लेकिन एक बात साफ़ है कि वे इस चुनाव में कुछ बेहतर कर सकते हैं। हालाकिं गुरुग्राम में उनकी लड़ाई बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह से है। राव भी बीजेपी के अब बड़े नेता है और केंद्र में मंत्री भी हैं। इधर गुरुग्राम में राज बब्बर के समर्थन में पूरा कांग्रेस खड़ा है और सबसे ज्यादा हुडा परिवार राज बब्बर के साथ खड़ा है।
राजनीति की बात की जाए तो यह भी कहा जा रहा है कि वैसे तो कांग्रेस इस बार भी राज बब्बर को टिकट देने की तैयारी में नहीं थी लेकिन राहुल गाँधी चाहते थे कि राज बब्बर को मैदान में उतारा जाए। फिर जगह की तलाश की जाने लगी। दिल्ली के आसपास की सीट की जब तलाश होने लगी तो गुरुग्राम सबकी निगाह में आया। इस सीट के समीकरण को पहले समझा गया और फिर हुँड्डा से इस सीट के गणित को लेकर एक रूप रेखा तैयार की गई।
हालांकि इस सीट से राज बब्बर को मैदान में उतारने से पहले पार्टी के बड़े नेता कैप्टेन अजय यादव ने राज बब्बर का विरोध किया था और कहा था कि इस सीट से यादव उम्मीदवार को ही यत्र जा सकता है। राज बब्बर चुकी बहरी उम्मीदवार होंगे ऐसे में उनकी जीत को लेकर संशय बना रहा सकता है।
हरियाणा में लोकसभा की आठ सीटें है। लगभग सभी सीटों पर कांग्रेस ने पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिए थे केवल महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम का मामला अटका हुआ था। उधर महेंद्र गढ़ की सीट से किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी चुनाव लड़ने को तैयार थी। लेकिन इस बार टिकट उसे भी नहीं मिला। महेंद्रगढ़ की टिकट राव दान सिंह को दिया गया। वे यादब समाज से आते हैं। हालांकि पार्टी के इस निर्णय से किरण चौधरी काफी नाराज भी हुई है और श्रुति चौधरी भी काफी नाराज है। यह नाराजगी आगे कहाँ तक जाएगी यह तो देखने की बात है लेकिन अभी पार्टी ने बड़ा दाव खेला है।
इधर गुरुग्राम सीट पर हुड्डा ने राज बब्बर को उअतरकर एक तीर से दो निशाने को साधने का काम किया है। कहा जा रहा है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने पार्टी कमान को यह समझाने में सफल रहे कि इस बार गुरुग्राम से कोई गैर यादव को ही मैदान में उतारकर चुनाव जीता जा सकता है। हुड्डा ने सभी बाते पार्टी कमान को समझा दिया और फिर राज बब्बर के नाम का ऐलान हुआ।
निश्चित रूप से राज बब्बर गुरुग्राम के लिए नए उम्मीदवार हैं। हालांकि उनकी ख़ास पहचान भी है लेकिन यह भी तय है कि उनकी पूरी जीत की रणनीति हुड्डा के पास ही है।
बता दें कि भूपेंद्र सिंह हुडा राज बब्बर के खास मित्रों में शामिल हैं। इन लोगों की एक करती भी है जिसमे डैम पर इनकी राजनीति आगे बढ़ती रहती है। यही वजह है कि राज बब्बर जब भी राज्यसभ में गए हैं इनकी कोटरी के लोग इनकी मदद करते रहे हैं। अब गुरुग्राम में अगर इनकी जीत हो जाती है तो निश्चित तौर पर राज बब्बर की राजनीति तेजी से आगे बढ़ेगी और हुडा को भी बल मिलेगा।