राजौरी (जम्मू-कश्मीर)। जम्मू कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे के दूसरे दिन मंगलवार को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजौरी में जनसभा की। उन्होने कहा कि जम्मू कश्मीर में धारा 370 व 35 ए हटने से बाद ही गरीबों, दलितों-पिछड़ों को उनका हक़ मिला है। अब बहुत जल्द ही यहां के रहने वाले गुर्जर बकरवाल, आदिवासियों व पहाडियों को आरक्षण का लाभ मिलना शुरु हो जाएगा।
गृह मंत्री ने कहा कि बिना नाम लिये मुफ्ती महबूबा व अब्दुल्ला के परिवारों पर निशाना साधा। उन्होने कहा कि आजादी के बाद से जम्मू कश्मीर की सत्ता पर केवल तीन परिवारों का कब्जा रहा। लेकिन 2019 के बाद से यहां बदलाव की बयार आयी है। प्रधानमंत्री मोदी के यहां धारा 370 व 35 ए हटाने के बाद ही पंचायत चुनाव हो सके।
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उन्होने कहा कि धारा 370 व 35 ए हटाने के बाद घाटी में आतंकवाद की घटनाओं में भारी कमी आयी है। पहले तीन साल में आंतकवादी वरदातों का आंकड़ा 4866 था। वहीं 2019 में धारा 370 व 35 ए रद्द होने से अब तक मात्र 721 आतंकी वारदातें दर्ज हुई हैं।
अमित शाह ने कहा कि 75 साल में जम्मू कश्मीर के विकास के लिए केन्द्र से मात्र 15 हजार करोड़ रुपये जारी हुए। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने महज ढाई साल में जम्मू कश्मीर के लिए 56 हजार करोड़ रुपये जारी किये हैं। इसी कारण यहां अब आईआईटी, आईआईएमसी, एनईईटी, सीएमसी, मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं।
शाह ने जम्मू कश्मीर की जनता से राज्य को तीन परिवारों के चंगुल से मुक्त कराने की अपील की। इससे पहले अमित शाह वैष्णो देवी के मंदिर गये। वहां उन्होने देवी के तीनों रुपों (पिंडों) के दर्शन कर पूजा-अर्चना की।