राष्ट्रपति को रामलला का न्योता, विपक्ष ने खोया मौका ?
President Murmu invited to temple ceremony: अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर (Ram Mandir) का निर्माण करा रहे ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार (Aalok Kumar) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय सम्पर्क प्रमुख रामलला ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Dropadi Murmu) को 22 जनवरी के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने के लिए औपचारिक न्योता दिया। विश्व हिंदू परिषद (VHP) की ओर से सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर जारी पोस्ट में कहा गया कि राष्ट्रपति ने इस पर अत्यंत हर्ष व्यक्त किया और कहा कि अयोध्या आने और दर्शन करने का शीघ्र समय तय करेंगी।
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दरअसल आपको बता दें कि राष्ट्रपति (President) को कार्यक्रम में न्योते से जुड़ी खास बात ये है कि पूरा विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर विपक्षी नेता ताबड़तोड़ अटैक कर रहे थे, लेकिन अब राष्ट्रपति (President) को निमंत्रण मिल चुका है और संभावना जताई जा रही है कि राष्ट्रपति (President) रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होंगी। तो वहीं दूसरी ओर रामनगरी में सुरक्षा का सख्त पहरा है। अधिकारी लगातार चेकिंग अभियान चला रहे हैं।
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अयोध्या (Ayodhya) में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर भक्तों में खासा उत्साह देखा जा रहा है, हर ओर खुशी और उल्लास है। साधु संत खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। इसी कड़ी में अयोध्या में संतो की ओर से प्रभातफेरी निकाली जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में रामभक्त दिखाई दे रहे हैं।
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प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां भव्य हैं और इस आयोजन को जन-जन तक पहुंचाने की तैयारी भी हो रही है। 22 जनवरी को ही अयोध्या के बड़ा महल की बगियां में एक विशेष यज्ञ का समापन होगा। मथुरा से अयोध्या के राजा रामलला के पूजन को जाने वाली गौ मय धूप बत्ती को पूजन करके रवाना किया गया है। जहां पर इसे प्राण प्रतिष्ठा में शामिल करके भगवान को अर्पित किया जायेगा। पंडित दिन दयाल उपाध्याय कामधेनु गौ शाला में बनाई गई ये गौमय धूपबत्ती भगवान रामलला के लिए उपयोग में लाई जाएंगी। जिन्हें बड़े धूमधाम से दिन दयाल उपाध्याय फरह से एक रथ में रखकर भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि लाया गया। जहां भजन कीर्तन करते हुए इस गौमय धूप बत्ती का श्री कृष्ण जन्मभूमि के सचिव और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं द्वारा विधि विधान से पूजन किया गया और श्री कृष्ण जन्मभूमि में भगवान के आगे उन्हे समर्पित करने के बाद यहां से जोरदार नारेबाजी के साथ इस गौमय धूपबत्ती का उत्सव मनाया गया। जिसमें बताया गया की ये बड़ा खुशी का मौका है की भगवान श्री कृष्ण की जन्मभूमि से श्री रामलला के उत्सव के लिए पूजा के शामिल होने बाली धूपबत्ती जा रहे। जो कि गौ के मूत्र और गोबर से बनाई गई है। जिसके 108 पैकेट यहां से रवाना होकर अयोध्या पहुंचेंगे और 22 जनवरी होने वाले प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होकर भगवान की पूजा में शामिल होगी और निरंतर यहां से अयोध्या के लिए धूप बत्ती भेजी जाएंगी।