Remal Cyclone Live Updates Today: तबाही मचाने दौड़ा आ रहा ‘रेमल, बंगाल से बिहार तक बरपाएगा कहर!
Remal Cyclone Live Updates Today: भीषण गर्मी के बीच चक्रवाती तूफान रेमल दस्तक देने को तैयार है। इसका असर पश्चिम बंगाल से लेकर बिहार तक पड़ सकता है। मौसम विभाग ने बताया कि यह आज रात पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तट के पास टकराएगा।
उत्तर भारत के कई शहरों में गर्मी अपने शबाब पर है। दिल्ली सहित कई प्रदेशों में लोगों का हाल बेहाल है। इस बीच एक और तूफान दस्तक देने को पूरी तरह तैयार है। इस तूफान को रेमल नाम दिया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि यह आज यानि 26 मई की रात पश्चिम बंगाल के पास टकराएगा। उस वक्त इसकी रफ्तार 120 से 135 km प्रति घंटे की होगी।
इसका असर पश्चिम बंगाल (west Bengal) से लेकर बिहार (bihar) तक दिखाई दे सकता है। कोलकाता (Kolkata) में इसके असर को देखते हए एयरोर्च पर आज दोपहर बाद से 21 घंटे के लिए फ्लाइट्स के उड़ान पर भी रोक लगा दी जाएगी। आइए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि इस तूफान से देश के बाकी राज्यों के मौसम पर क्या असर पड़ेगा। इससे किस प्रकार के खतरे की आशंका हो सकती है।
रेमल तूफान पर रिजिजू का ट्वीट
पृथ्वी विज्ञान मंत्री, डॉ किरेन रिजिजू ने ट्वीट कर बताया कि बंगाल की खाड़ी के उत्तरी भाग में बना चक्रवाती तूफान रेमल पिछले 6 घंटों में लगभग 7 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर की ओर बढ़ा है। यह खेपुपारा (Bangladesh ) से करीब 260 किमी दक्षिण-पश्चिम, मोंगला (बांग्लादेश) से 310 किमी दक्षिण, सागर द्वीप समूह (west bengal ) से 240 किमी दक्षिण-पूर्व और कैनिंग (Bengal ) से 280 किमी दक्षिण-पूर्व में है।
रेमल को लेकर क्या है तैयारी?
भारतीय तटरक्षक बल ने चक्रवाती तूफान से निपटने के लिए तैयारियां की हैं। समुद्र में जान माल के संभावित नुकसान को कम करने के लिए 9 आपदा राहत टीमों को लगाया गया है। NDRF ने 12 टीमों को तैनात किया गया है और 5 अतिरिक्त टीमों को स्टैंडबाय पर रखा गया है। जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना की बचाव व राहत टीमें भी तैयार हैं। मौसम विभाग के अनुसार 26 और 27 मई को पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में इस चक्रवाती तूफान की वजह से काफी अधिक बारिश होगी।
कितना खतरनाक होगा रेमल,उड़ाने भी प्रभावित
मौसम ब्यूरो ने 26-27 मई को उत्तरी ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बहुत अधिक वर्षा की चेतावनी जारी की है। तूफान के समुद्र तट से टकराने के समय तटीय पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निचले इलाकों में 1.5 मीटर तक की तूफानी लहर उठने की आशंका है।
एक अधिकारी के अनुसार, चक्रवाती तूफान रामल के संभावित प्रभाव के कारण कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने रविवार दोपहर से 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन रोकने का फैसला किया है। शनिवार को हवाई अड्डे के हितधारकों की एक बैठक के बाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस इंटरनेशनल (NSCBI) में एहतियाती उपाय लागू किया गया।
NSCBI एयरपोर्ट के निदेशक सी पट्टाभि ने एक बयान में कहा, “कोलकाता में तेज हवाओं और भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना के कारण 26 मई को दोपहर 12 बजे से 27 मई को सुबह 9 बजे तक उड़ान संचालन को निलंबित करने का निर्णय लिया गया है।” “यह कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में चक्रवात रामल के प्रभाव के कारण है।”
एयरपोर्ट और बंदरगाह किए गए बंद
चक्रवाती तूफान के पूर्वानुमान के मद्देनजर कोलकाता श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर रविवार शाम से 12 घंटे के लिए सभी ‘कार्गो और कंटेनर हैंडलिंग’ कार्य निलंबित रहेंगे। अधिकारियों ने कहा कि परिचालन रविवार शाम छह बजे से सोमवार तड़के छह बजे तक निलंबित रहेगा।
शनिवार को बंदरगाह के चेयरमैन रथेंद्र रमन ने चक्रवात के संभावित प्रभाव को कम करने के लिए किए जा रहे उपायों की निगरानी के लिए एक बैठक बुलाई। उन्होंने बंदरगाह अधिकारियों के साथ चर्चा के दौरान सक्रिय उपायों और अंतर-विभागीय सहयोग पर ज़ोर दिया। अधिकारियों के अनुसार, इस दौरान बंदरगाह क्षेत्र में रेलवे परिचालन भी निलंबित रहेगा।