New Famous Women Politicians in India: राजनीति में कब किसको मौका मिल जाता है यह किसी को पता नही। कब किसकी लॉटरी लग जाती है यह भी कोई नही जानता। राजनीति का चरित्र ही कुछ ऐसा है। तेजी से बदलती राजनीति में देश में दो महिला नेता का उदय हो गया है। इन महिला नेताओं का भविष्य क्या होगा यह तो भविष्य ही बताएगा लेकिन जिस तरह से इन महिलाओं का उदय हुआ है उससे साफ हो गया है कि इनकी राजनीति आगे भी चलेगी। संभव है ये दोनो नेता बाद में सीएम की कुर्सी तह भी पहुंच जाए।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में जेल में बंद हैं ।कहा जा रहा है कि लोकसभा चुनाव तक उनको जमानत भी नही मिल सकती है। लेकिन उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को झारखंड की जनता ने स्वीकार कर लिया है। झामुमो के भीतर भी उनकी स्वीकृति हो गई है ।अब कल्पना सोरेन सभाओं में शामिल हो रही है और खूब भाषण भी दे रही है। उनकी धमक दिल्ली तक देखी जा रही है।
खबर ये भी है कि अब कल्पना सोरेन उपचुनाव भी लडेगी ।झारखंड के गांडेय सीट से वह चुनाव भी लडेगी ।जब हेमंत सोरेन जेल गए तब ही इस सीट को खाली कराया गया ।झामुमो के एक विधायक ने इस सीट को खाली किया ।लोकसभा चुनाव के बाद इस सीट पर चुनाव होना है। अगर कल्पना चुनाव जीत जाती है तो इस बात की सभ है कि वह सब की नई सीएम भी बन सकती है।
कल्पना सोरेन को इंडिया गठबंधन भी आगे बढ़ा रहा है ।कांग्रेस और उसके सभी नेता भी कल्पना का सपोर्ट कर रहे हैं ।दिल्ली से लेकर झारखंड के चुनाव में अब झामुमो की तरफ से कल्पना ही हिस्सा ले रही है ।उनकी भाषा भी अच्छी है और बातों में दम भी है।
कल्पना सोरेन अगर सब की सीएम बनती है तो यह भी एक इतिहास ही होगा। जबसे झारखंड का निर्माण हुआ है तब से इस राज्य में कोई महिला सीएम नही हुआ है।
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी जेल में है । केजरीवाल दिल्ली शराब घोटाले में आरोपी है और ईडी के जाल में फंसे हुए हैं। उनको भी अभी तक जमानत मिलने की कोई संभावना नहीं है। लेकिन उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल अब राजनीति में काफी सक्रिय हो गई है । वे भी सभाओं को संबोधित कर रही है और बड़े नेताओं के साथ मंच भी साझा कर रही है। आम आदमी पार्टी ने सुनीता को पार्टी के प्रचार तंत्र का प्रमुख बनया है। वे पार्टी के लिए दिल्ली में तो प्रचार करेगी ही दिल्ली के बाहर भी इंडिया गठबंधन के मंच को भी साझा करेंगी।
सुनीता केजरीवाल पढ़ी लिखी है और आईआरएस अधिकारी भी रह चुकी है। वे भी चुनाव लड़ेंगी। अगर केजरीवाल जेल से छूटेंगे तो ठीक है नही तो उपचुनाव में जीत के बाद उन्हें भी पार्टी सीएम बना सकती है।
आप के कई नेता अभी भी जेल में है । संजय सिंह भी 6 महीने से जेल में थे लेकिन पिछले दिनों वे जमानत पर बाहर आए है।पहले यह माना जाता था कि नेताओं के अभाव में आप टूट सकती है और पार्टी के अधिकतर नेता बीजेपी के साथ जा सकते है।लेकिन संजय सिंह के बाहर आने के बाद आप और भी मजबूत होती दिख रही है । संजय सिंह भी सुनीता को आगे बढ़ाने में मदद करते दिख रहे हैं।
सुनीता लगातार पार्टी का प्रचार भी कर रही है । पिछले दिनों उन्होंने दिल्ली में रोड शो भी किया है। भागी भीड़ जुटी थी उनके रोड शो में। उनकी भीड़ को देखकर माने जाने लगा है कि समय आने पर सुनीता को और भी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
सुनीता केजरीवाल और कल्पना सोरेन के लिए हालाकि राजनीति कोई नई बात नही है। दोनो के पति इस देश के स्थापित नेता है। फोन सीएम भी रहे हैं। ऐसे में आगे की राजनीति अगर ये दो महिलाएं करती है तो पार्टी को मजबूती मिल सकती है। लेकिन बड़ी बात यही है कि हालिया राजनीति में इन दो महिलाओं का राजनीति में पदार्पण सबको अच्छा हिट किए हुए है। लेकिन बड़ा सच यही है कि आगे ये दोनो महिलाएं क्या कुछ कर पाती है इसे देखने की जरूरत है।