खेत-खलिहानरोजी-रोटी

‘एक लाख” रुपये किलो बिकता है यह आम,भारत में इस जगह होती है इसकी खेती

नई दिल्ली: पूरी दुनिया में आम की 1500 से ज्यादा किस्में पाई जाती है, जिसमें 1000 से ज्यादा किस्में भारत में ही उगाई जाती है। हर किस्म के आम की अपनी अलग महक और स्वाद होती है। किस्म के हिसाब से ही आम का बाजार मूल्य तय होता है। आम आमतौर पर सबका पसंद का फल होता है।

आम को फलों का राजा कहा जाता है।आम आचार बनाने से लेकर चटनी बनाने तक में प्रयोग होता है। आम को आमतौर पर खट्टे फल के रूप में स्वीकार करते हैं। कुछ प्रजातियों के आम कड़वे होते हैं, जबकि कुछ विशेष किस्म के आमों की पहचान मीठे और स्वादिष्ट फल के रूप ही है। इन्हीं गुणों के कारण आम को फलों का राजा कहा जाता है।  

मई-जून में सजता है आम का बाजार

यूं तो भारतीय के कुछ हिस्सों में वर्ष भर आम मिल जाता है, लेकिन उत्तर भारत में सबसे बड़ा बाज़ार मई-जून में सजता है। भारत में आम हजार से अधिक प्रकार के मिलते हैं। आम की कितनी प्रजातियां हैं। आम खाने से क्या फायदा होता है। आम कब-कब खाना चाहिए और कब नहीं खाना चाहिए, इसका भी एक उपयुक्त समय होता है। आपको यह सब विस्तार से बताने जा रहे हैं।

यूपी में सभी धार्मिक स्थल व तीर्थ क्षेत्रों में मांस-मदिरा की बिक्री पर लगे रोक- बीजेपी विधायक

दुनिया में 1500 से ज्यादा आम की किस्म

पूरी दुनिया में 1500 से ज्यादा आम की किस्में पाई जाती हैं, जिसमें 1000 से ज्यादा किस्में भारत में ही उगाई जाती है। हर किस्म की अलग महक और अलग स्वाद है, लेकिन कुछ ऐसी किस्में है, जिन्हें लोग बड़े शौक से खाते हैं। कुछ आम सब जगह उपलब्ध होते हैं, जबकि कुछ विशेष प्रजाति खास राज्यों व क्षेत्रों में पायी जाती है।

आम की प्रचलित प्रजातियां

लंगड़ा

आम की लंगड़ा प्रजाति यूपी और बिहार में खूब पायी जाती है। ये आम जून-जुलाई के महीने में बाजार में ज्यादा बिकता है। ये आम मध्यम अंडाकार होता है। इसका रंग हरा होता है और इसमें कम रेशे होते हैं। आम के मौसम में लंगडा प्रजाति की कीमत 50 से 80 रुपये किलो तक होती है।

केसर

यह गुजरात की प्रमुख किस्म है। ये मई के अंत में बाज़ार में आसानी से उपलब्ध हो जाता है। इसमें गूदा अधिक होता है और खाने ये बहुत मीठा, स्वादिष्ट और रसदार होता है। बाज़ार में इसकी कीमत लगभग 40 से 60 रुपये किलो होती है।

अल्फांसो

आम के इस किस्म को आमों का राजा भी कहा जाता है। इसे मुख्य रूप से महाराष्ट्र में उगाया जाता है। अलग-अलग राज्यों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसका गूदा मुलायम और रेशा रहित होता है। बाज़ार में इसकी कीमत 120 रुपये किलो से 150 रुपये किलो तक है।

दशहरी

यह यूपी का सबसे मशहूर आम है। यह साइज में मध्यम आकार का लंबा होता है। आम की यह किस्म देश भर में सबसे ज्यादा पसंद की जाती है। यह खाने में मीठा और स्वाद से भरपूर होता है। बाज़ार में इसकी कीमत 50 से 70 रुपये किलो होती है।

सफेदा

ये आम खासतौर पर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में मिलता है। यह आकार में थोड़ा बड़ा और मोटा होता है। इसका रंग सुनहरा पीला होता है। आमतौर पर इसे मैंगो शेक बनाने के लिए ज्यादा उपयोग किया जाता है।

सिंदूरी

ये आम ज्यादातर आंध्र प्रदेश में मिलता है। यह मध्यम आकार का अंडाकार आम होता है। इस आम का ऊपरी हिस्सा लाल और बाकी हरा रंग का होता है। बाज़ार में यह कीमत 100 से 120 रुपये किलो में बिकता है।

इस तरह देश-विदेश में आम की हजारों प्रजातियां हैं। कुछ ऐसे आम के पेड़ होते हैं जिन पर साल में दो बार फल लगते हैं और कुछ ऐसे आम के पेड़ हैं, जिन पर साल में एक ही बार फल लगता है।

editorial

editor

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button