Sawan 2023 Trade: सोमवार के व्रत रखना हो या कांवड़ यात्रा पर जाना. लेकिन क्या आपको पता हैं कि सावन (Sawan 2023 Trade) का ये महीना हजारों करोड़ रुपये का कारोबार भी कराता है. चलिए जानते हैं आखिर कैसे
सावन का महीना शुरू हो चुका है. इस सावन के महीने में धार्मिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है भक्त कांवड़ यात्रा पर जाते हैं, सोमवार के व्रत करते हैं. लेकिन क्या आपको पता हैं कि सावन का माह इकोनॉमी (economy) के लिए बूस्टर (booster) का काम करता है. सावन (Sawan 2023 Trade) के माह के दौरान धार्मिक कार्यों पर लोगों का खर्च बढ़ जाता है.
सावन के माह में बिहार के बैद्यनाथ मंदिर (Baidyanath Temple) पर लोग जलाभिषेक करते हैं. आपको बता दें लाखों भक्त भागलपुर जिले के सुल्तानगंज (sultanganj) में गंगा घाट से गंगाजल भरकर कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. ठीक वैसे ही Delhi-NCR सें लाखों भक्त उत्तराखंड (uttrakhand) के हरिद्वार या गाजियाबाद के गढ़गंगा से गंगाजल लेकर कांवड़ यात्रा पर जाते हैं. सावन के पूरे महीने इस प्रकार के धार्मिक कार्यक्रम से हजारों करोड़ का कारोबार पैदा होता है.
हॉस्पिटैलिटी सेक्टर की होती है जबरदस्त कमाई
भारत (india) में कुछ सेक्टर में सावन के महीने में जबरदस्त कारोबार करने का मौका मिलता है. इसमें चाहे ट्रैवल हो या हॉस्पिटैलिटी सेक्टर. बता दें बिहार में अनुमानित तौर पर हर साल सावन के माह में लगभग 40 लाख लोग कांवड यात्रा पर निकलते हैं. वहीं Delhi-NCR के इलाके में भी लगभग 30 लाख लोगों के कांवड़ यात्रा पर जाने का अनुमान लगाया जा रहा है.
इतनी बड़ी संख्या में जनता के सड़कों पर होने से छोटे बजट होटल, धर्मशाला, अस्पताल से लेकर ढाबों और रेस्टोरेंट के बिजनेस में अच्छी खासी बढ़ोतरी होती है. साथ ही ट्रांसपोर्टेंशन (transportation) के इस्तेमाल में भी बढ़ोतरी होती है, जो ट्रैवल सेगमेंट के लिए सोने पर सुहागा हो जाता है.
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Sawan 2023 Trade: व्रत बढ़ाएं FMCG सेक्टर का कारोबार
सावन के माह में भगवान भोले नाथ की पूजा और सावन के सोमवार के व्रत करने का विशेष महत्व है. ये सावन का माह देश के FMCG सेक्टर को बूम देने वाला होता है, क्योंकि श्रद्धालु व्रत में कई प्रकार के विशेष उत्पाद का इस्तेमाल करते हैं. पूजा-पाठ की सामग्री से लेकर फलहारी सामग्री इसमें शामिल है. सावन महीने की शुरुआत के साथ ही देश में त्योहारों का सीजन की शुरू हो जाता है जो दिवाली तक चलता है. इस कारण से भी FMCG सेक्टर को कारोबार बूस्टर सावन महीने से मिलना शुरू हो जाता है.
सावन के अंतिम दिन रक्षाबंधन का पर्व आता है. उस दिन गिफ्टिंग कंपनियां (gifting companies) का बिजनेस जोरों शोरो से चलता हैं. वहीं उसके बाद रक्षाबंधन (Raksha Bandhan), गणेश उत्सव, नवरात्रि, दशहरा और दिवाली (Diwali) तक ये त्यौहारी सीजन मार्केट में कारोबार को बढ़ाता है.