UP Ghaziabad News: बुद्ध चौक पर हुए गोलीकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। इस घटना में घायल रजा खान के हमलावर कोई और नहीं बल्कि खुद उनके भाई यूसूफ और उसके साथी निकले। पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
घटना का पूरा ब्योरा
4 जून 2024 को गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके के बुद्ध चौक के पास रजा खान को बाइक सवार दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी थी। इस हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया। गंभीर रूप से घायल रजा खान को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब भी नाजुक बनी हुई है।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
घटना की सूचना मिलते ही इंदिरापुरम पुलिस हरकत में आ गई। जांच के लिए पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले और मैनुअल इंटेलिजेंस एवं सर्विलांस की मदद ली। कुछ ही दिनों में पुलिस को इस वारदात में शामिल आरोपियों का सुराग मिल गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- शिशुपाल उर्फ बाबू उर्फ करन (23 साल): नहरवा, बाह, आगरा का रहने वाला, जो फिलहाल दीनदयाल पुरी, नंदग्राम में रह रहा था।
- मनोज उर्फ सुभाष प्रजापति: मकान नंबर 264, मैन मार्केट, बड़ी मस्जिद के पास, अर्थला थाना साहिबाबाद, गाजियाबाद।
- यूसूफ: मकान नंबर 138, मैन मार्केट, बड़ी मस्जिद के पास, अर्थला थाना साहिबाबाद, गाजियाबाद।
षड्यंत्र का पर्दाफाश
पूछताछ के दौरान शिशुपाल ने खुलासा किया कि वह मनोज प्रजापति की बालाजी स्वीट्स की दुकान पर हलवाई का काम करता है। मनोज का रजा खान से मकान खरीदने को लेकर विवाद चल रहा था। मनोज और रजा खान के भाई यूसूफ ने मिलकर रजा खान को मारने की साजिश रची।
साजिश का मकसद
मनोज प्रजापति पहले ही रजा खान के मकान का आधा हिस्सा यूसूफ से खरीद चुका था। जब रजा खान ने बाकी मकान बेचने से मना कर दिया, तो मनोज ने यूसूफ के साथ मिलकर रजा को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। यूसूफ को मनोज ने पैसे और आर्थिक मदद का लालच दिया था।
हमले की योजना
4 जून को सुनील ने रजा खान की फैक्ट्री के बाहर रेकी की। जैसे ही रजा फैक्ट्री से निकला, सुनील ने शिशुपाल और बृजेश को उसकी पहचान कराई। इसके बाद बृजेश ने बुद्ध चौक के पास रजा को गोली मार दी और शिशुपाल ने बाइक तेज रफ्तार में भगा दी।
पुलिस की मुस्तैदी
पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर मनोज और यूसूफ को गिरफ्तार कर लिया। बृजेश यादव और सुनील की तलाश जारी है। पुलिस ने बताया कि इस वारदात का मास्टरमाइंड मनोज और यूसूफ थे, जिन्होंने लालच और स्वार्थ के चलते अपने ही भाई को मरवाने की साजिश रची।
आपराधिक पृष्ठभूमि
गिरफ्तार आरोपियों पर पहले भी हत्या के प्रयास का मामला दर्ज है। पुलिस की तत्परता और कुशल जांच ने इस संगीन मामले को सुलझाकर दोषियों को पकड़ने में मदद की।
इस सनसनीखेज घटना ने यह साबित कर दिया कि लालच और स्वार्थ किस हद तक इंसान को गिरा सकते हैं, जहां एक भाई ने ही अपने सगे भाई की जान लेने की साजिश रची। गाजियाबाद पुलिस की सतर्कता और तेजी से की गई कार्रवाई ने इस मामले को सुलझाकर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया।