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sexual assault : बुर्जुगों से भी सावधान रहने की जरूरत!

नई दिल्ली: देश में पिछले कुछ महीनों में कई ऐसी अविश्वसनीय घटनाएं देखने-पढने को मिली हैं, जिससे यही लगता है कि बुजुर्गों में मानसिक विकृति अपराध का रूप ले रही है, जो सभ्य समाज के लिए शुभ संकेत नहीं है। ऐसी स्थितियों में बच्चों, किशोरियों को सतर्क और सजग रहने की आवश्यकता है।

किशोरी से यौन मामले में बुजुर्ग को 15 साल की क़ैद

हाल ही में तमिलनाडू के तिरूवल्लेपुर की एक अदालत ने 102 वर्षीय बुजुर्ग को एक किशोरी से साथ जबरन यौन संबंध बनाने का दोषी पाया। अदालत ने बुजुर्ग को 15 साल की क़ैद की सजा सुनाते हुए 5 हजार के जुर्माने सहित 50 हजार रूपये का हर्जाना देने का आदेश दिया है। घटना 2018 की है, 98 वर्ष के बुजुर्ग 16 साल की किशोरी को अपना हवस का शिकार बनाया था।

भारतीय समाज में यह विश्वास
करना कठिन होता है कि कोई वयोवृद्ध अपना परपौत्री की उम्र की किशोरी के साथ ऐसा घृणित कुकृत्य भी कर सकती है।
17 साल की लड़की से 65 साल के बुजुर्ग ने बनाये संबंध…
देश की राजधानी दिल्ली में दिल को झंझोर देने वाली दो ऐसी वारदातों हुईं, जिनसे सभ्य समाज के मुंह पर कालिख पोत दी। एक मामले में आईबी जैसी एजेंसी से सेवानिवृत्त 65 वर्षीय बुजुर्ग ने 17 साल की लड़की को दिल्ली के करोल बाग स्थित एक होटल में ले जाकर जबरन यौन संबंध बनाये। इस बुजुर्ग ने इस आपराधिक वारदात के लिए पूर्व नियोजित योजना बनायी थी और पीड़ित किशोरी को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया था।

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87 वर्षीय बीमार वृद्धा से हैवानियत
इससे भी विकृत घटना दिल्ली के तिलकनगर में हुई। यहां आपराधिक प्रवृत्ति वाले 30 साल के कामान्ध युवक ने घर में अकेली मिलने पर पहले तो एक मोबाइल फोन चुराया, फिर 87 वर्षीय बीमार वृद्धा को अपना हवस का शिकार बनाया था। वह उस घर में चोरी के इरादे से घुसा था, जहां से मोबाइल फोन चुराने के बाद उसके अंदर का शैतान जाग गया और उसकी सारी मानवीय संवेदनाएं मर गयीं। उसे 87 वर्षीय बीमार और कमजोर वृद्धा के साथ हैवानियत करने में जरा भी शर्म महसूस नहीं हुई।
गुरू-शिष्या की मर्यादा को किया तार
महाराष्ट्र में गुरू-शिष्या की मर्यादा को तार-तार करने की एक शर्मनाक घटना तब प्रकाश में आयी, जब एक 35 साल के कबड्डी कोच ने 16 साल की महिला खिलाडी का महीनों यौन शोषण किया और परिणामस्वरूप ये नाबालिग खिलाडी न केवल गर्भवती हो गयी, बल्कि उसने एक बच्ची को जन्म देकर नाबालिग मां भी बन गयी।
इस मामले का पता चलने पर जब प्रकरण ने तूल पकडा तो पुलिस को आरोपी कबड्डी कोच शुद्दोधन सहदेव अंभौर को गिरफ्तार करके जेल भेजना पड़ा। अब अदालत ने शुद्दोधन सहदेव को नाबालिग महिला खिलाड़ी का यौन शोषण करने का दोषी करार देते हुए आजीवन कारावास का सजा सुनायी है। अदालत ने सजा के साथ ही उस पर 3.10 लाख रूपये का जुर्माना भी ठोंका है। इस तरह की घटनाओं को देखकर किशोरियों को हर जगर सजग और सावधान रहने की जरूरत है।

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