नई दिल्ली: पंजाब के मानसा में 29 जून को पंजाबी गायक शुभमदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने तीन शूटर्स को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किये गये शूटर्स में प्रियव्रत उर्फ फौजी व उसके दो सहयोगी शामिल हैं। इनमें से दो माड्यूल्ड कनाड़ा में बैठे गोल्डी बराड से बराबर संपर्क में थे। प्रियव्रत फौजी को गुजरात के मुद्रा पोर्ट से पकड़ा गया है। गिरफ्तार किये गये शूटर के पास से 8 उच्च क्षमता वाले हैंड ग्रैनेड लांचर,जो एके-47 में भी लगाये जा सकते है, 9 डेनोरेटर, 20 गोलियों के साथ एक एसाल्ट रायफल, 3 पिस्टल और 36 राऊंड गोला बारुद बरामद किये हैं।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के सीपी एचजीएस धालीवाल ने पत्रकारों को बताया कि गिरफ्तार किये गये प्रियव्रत उर्फ फौजी गुजरात के मुद्रा से पकड़ा गया है। फौजी हरियाणा के सोनीपत जनपद के गाठी सिसाना का रहने वाला है, जबकि कशिश उर्फ कुलदीप वार्ड नं.11, गांव बेरी, झज्जर और केशव कुमार पंजाब के आवा बस्ती भटिंडा का रहने वाला है। घटना के समय गाड़ी को कशिश ही चला रहा था। उनका कहना है कि कोरोला और बोलेरो गाड़ियों में कुल छह लोग सवार थे और उन सबने ही मूसेवाला पर गोलियां चलायी थीं।
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स्पेशल सेल के सीपी धालीवाल का दावा है कि शुभमदीप सिंह उर्फ सिद्धू मूसेवाला पर मनप्रीत मन्नू ने एके-47 से गोलियां बरसायीं थीं। उन्होने बताया कि दो माड्यूल्ड कनाड़ा में बैठे गोल्डी बराड से सीधे संपर्क में थे और उसी के कहने पर मूसेवाला की हत्या की गयी। सिद्धू मूसेवाला की हत्या हो जाने के बाद प्रियव्रत उर्फ फौजी ने ही गोल्डी बराड को कनाडा फोन करके इसकी जानकारी दी थी। धालीवाल ने इस मामले में लारेंस विश्ननोई के साथ-साथ छह से अधिक दूसरे गैंगस्टर का इस हत्याकांड में लिप्तता होने की बात मानी है।
इस हत्याकांड में गोली चलाने वालों में जगदीप रुपा, मनप्रीत मन्नू और दीपक मुंडी ही शूटर हैं। मूसेवाला की हत्या करने के बाद दो लोग एक गाडी और चार लोग दूसरी गाड़ी में भागकर वहां से भागे थे। वहां से भागकर उन्होने आगे दूसरी गाड़ी बैठकर भाग गये थे और फतेहाबाद में ठहरे थे।