उत्तराखंड सचिवालय का घेराव, कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रीतम गुट से कार्यक्रम से बनायी दूरी
प्रीतम सिंह ने सोमवार को अपनी घोषणानुसार रैली निकाल कर सचिवालय का घेराव किया। इस उत्तराखंड सचिवालय घेराव रैली में प्रीतम सिंह के साथ 19 कांग्रेस विधायकों में 14 विधायक शामिल हुए। वे जनता के बीच व पार्टी में अपना प्रभाव दिखाना चाहते हैं। इसमें वे काफी हद तक कामयाब भी हो रहे हैं।
देहरादून। सोमवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह के आह्वान पर सचिवालय का घेराव किया गया। लेकिन इस घेराव-रैली में भाग लेने से उत्तराखंड के कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष करण माहरा ने दूरी बनाकर रखी। माहरा ने देहरादून की बजाय हल्द्वानी में थे। उन्होने हल्द्वानी में भारत जोड़ो यात्रा के संबंध में प्रेस वार्ता की।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह चकराता के विधायक भी हैं। नेता प्रतिपक्ष पद से हटाये जाने के बाद उनके तेवर तीखे हैं। वे एकला चलो की नीति पर चलकर अपनी शक्ति प्रदर्शन में लगे हैं। प्रीतम सिंह ने कई दिन पूर्व प्रेस वार्ता करके विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड सचिवालय का घेराव घोषणा की थी।
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प्रीतम सिंह ने सोमवार को अपनी घोषणानुसार रैली निकाल कर सचिवालय का घेराव किया। इस उत्तराखंड सचिवालय घेराव रैली में प्रीतम सिंह के साथ 19 कांग्रेस विधायकों में 14 विधायक शामिल हुए। वे जनता के बीच व पार्टी में अपना प्रभाव दिखाना चाहते हैं। इसमें वे काफी हद तक कामयाब भी हो रहे हैं।
उधर प्रीतम सिंह व वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष में बढिया तालमेल नहीं है। इसलिए वे उनके हर कार्यक्रम में दूरी बनाकर रखते हैं। सोमवार को प्रीतम गुट के आह्वान पर भारी भीड़ जुटाकर प्रीतम सिंह ने फिर से पार्टी नेतृत्व को चुनौती देने का काम किया है।