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Ram Navami Violence In Bengal: मुर्शिदाबाद में रामनवमी जुलूस के दौरान हिंसा, शोभायात्रा में धमाका और पथराव

Violence during Ram Navami procession in Murshidabad, explosion and stone pelting in procession.

Ram Navami Violence In Bengal: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में मुर्शिदाबाद (Murshidabad) के रेजीनगर (Rejinagar area) इलाके में बुधवार 17 अप्रैल की शाम रामनवमी (Ramnavami) जुलूस के दौरान पथराव (stone pelting) हुआ। कथित तौर पर हुए पथराव की वजह से कम से कम 20 लोग घायल हो गए और एक महिला गंभीर रूप से घायल (severely injured) हो गई।

बता दे कि, जुलूस समाप्त होने के समय एक देसी बम के फटने (bomb blast) की खबर भी मिली थी। हालांकि, पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “कम से कम 20 लोग इस घटना में घायल हो गए हैं। घायल हुए लोगों को स्थानीय अस्पताल (local hospital) में भर्ती कराया गया है और गंभीर रूप से घायल एक महिला को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (Murshidabad Medical College and Hospital) में भर्ती कराया गया है।”

सूत्रों ने बताया कि, उपद्रवियों (miscreants) ने एक घर की छत से जुलूस पर पत्थर फेंके, जिससे हिंसा भड़क गई। इलाके में भारी संख्या में सुरक्षा बल (security forces) तैनात किए गए हैं। इस सप्ताह की शुरुआत में चुनाव आयोग ने मुर्शिदाबाद के डीआईजी (Deputy Inspector General of Police) को हटा दिया था, क्योंकि कामनगर इलाके (Kamnagar area) में हिंसा भड़क गई थी, जहां निषेधाज्ञा (Curfew) लागू कर दी गई है।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Chief Minister Mamata Banerjee), जिन्होंने रामनवमी के दौरान संभावित हिंसा की आशंका व्यक्त की थी और आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Election) में “ध्रुवीकरण (polarization) करने के लिए अशांति भड़का सकती है।” साथ ही सीएम (CM) का यह भी कहना था कि, मुर्शिदाबाद में किसी भी तरह की हिंसा होने पर चुनाव आयोग (election Commission) को जिम्मेदारी लेनी होगी।

मुर्शिदाबाद में हिंसा के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी (Shubhendu Adhikari) ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए उन पर उकसावे का आरोप लगाया और साथ ही यह भी आरोप लगाया कि, पुलिस ने आंसू गैस के गोले (tear gas shells) छोड़े जुलूस को तितर-बितर (dispersed) करने के लिए।

अधिकारी ने एक्स पर पोस्ट किया, “ममता पुलिस इस भयानक हमले में उपद्रवियों के साथ शामिल हो गई और राम भक्तों (Ram devotees) को तितर-बितर करने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जुलूस अचानक समाप्त हो जाए।”

अधिकारी ने लिखा, “यह ममता बनर्जी के उकसावे और उकसावे का नतीजा है। पश्चिम बंगाल में धार्मिक त्योहारों (religious festivals) के शांतिपूर्ण (peaceful) और घटना-मुक्त उत्सव (event-free celebration) के लिए, इस राज्य सरकार को बदलना होगा। मैं चुनाव आयोग से आग्रह करना चाहूंगा कि वह पुलिस की ओर से हुई विफलता पर ध्यान दे।”

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्यसभा सदस्य समिक भट्टाचार्य (Rajya Sabha member Samik Bhattacharya) ने कहा, “यह घटना राम भक्तों के खिलाफ ममता बनर्जी की दैनिक जांच (daily check up) का नतीजा है। आप उस राज्य से क्या उम्मीद कर सकते हैं जहां सीएम राम नाम को चुनौती (Challenge to Ram’s name) मानती हैं?”

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर दावा किया, “पश्चिम बंगाल में रामनवमी शोभा यात्रा की सुरक्षा में ममता बनर्जी की अक्षमता भयावह है। मुर्शिदाबाद के रेजिनगर में हिंदुओं को निशाना (target hindus) बनाया गया, जो इस क्षेत्र में अल्पसंख्यक (Minority) हैं।”

पिछले साल, रामनवमी के दौरान हुगली जिले (Hooghly District) के रिशरा और हावड़ा के शिबपुर में हिंसा भड़क गई थी, दोनों समुदायों की ओर से इस बात पर दावे-प्रतिदावे हुए थे कि पहले पत्थर कहां से फेंके गए थे।

Chanchal Gole

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