UP Ghaziabad News: पैरिस पैरालंपिक में सिमरन शर्मा की गूंज, कांस्य पदक जीतकर गाजियाबाद को किया गौरवान्वित
Simran Sharma's fame resonates in Paris Paralympics, she made Ghaziabad proud by winning bronze medal
UP Ghaziabad News: भारत के खेल इतिहास में आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा, जब गाजियाबाद की बेटी सिमरन शर्मा ने पैरिस पैरालंपिक में अपने अद्वितीय साहस और प्रतिबद्धता से देश को गर्वान्वित किया। 200 मीटर की दौड़ में सिमरन ने महज़ 24.75 सेकंड में फिनिश लाइन पार करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। इस ऐतिहासिक जीत ने सिमरन को न केवल गाजियाबाद बल्कि पूरे देश का सितारा बना दिया है।
सिमरन की इस सफलता का सफर आसान नहीं था। जन्म से ही आंखों की रोशनी में कमजोरी का सामना करने वाली सिमरन ने हर मुश्किल को अपने दृढ़ संकल्प से मात दी। भाई आकाश शर्मा बताते हैं, “सिमरन ने पहले वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश के लिए गोल्ड जीता था, और इस बार भी हमें गोल्ड की उम्मीद थी। भले ही वह गोल्ड से चूक गईं, लेकिन कांस्य पदक जीतकर भी उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण को साबित किया।”
सिमरन के संघर्ष की कहानी केवल पदकों तक सीमित नहीं है। उन्होंने अपनी जीवन यात्रा में कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन कभी पीछे नहीं हटीं। स्कूल के दिनों से ही खेलों में अपनी पहचान बनाने वाली सिमरन ने अपनी मेहनत और जुनून से अनेक प्रतियोगिताएं जीतीं। असल मोड़ तब आया जब कोच गजेंद्र सिंह से उनकी मुलाकात हुई। गजेंद्र सिंह ने सिमरन में छिपी अपार प्रतिभा को पहचाना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शन दिया। गजेंद्र की निगरानी में सिमरन ने वो मेहनत की, जिसका परिणाम आज पदक के रूप में सामने है।
सिमरन की यह उपलब्धि न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का पल है, बल्कि यह गाजियाबाद और पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह कहानी साबित करती है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो किसी भी चुनौती को पार कर सफलता की ऊंचाइयों को छुआ जा सकता है। पैरिस पैरालंपिक में सिमरन की जीत का यह अध्याय भारतीय खेल इतिहास में हमेशा के लिए दर्ज हो चुका है।