नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी बृहस्पतिवार को नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) कार्यालय पहुंची, जहां उनसे ईडी के सहायक निदेशक स्तर के अधिकारियों की टीम ने मनी लॉड्रिंग मामले में पूछताछ की। पूछताछ के दौरान सोनिया गांधी के साथ चिकित्साकर्मी या कोई नजदीकी दवाई सहित कार्यालय में रह सकता है, ताकि यदि सोनिया की तबीयत खराब हो जाए तो उन्हें तत्काल औषधि उपलब्ध करायी जा सके।
हालांकि सोनिया गांधी ने ईडी से अपील की थी कि उन्हें गले में दिक्कत होने से बोलने में परेशानी हो रही है। इसलिए उन्हें आज पूछताछ न की जाए। सोनिया का कहना था कि वे ईडी कार्यालय में दस्तावेजी सबूत भिजवा सकती हैं, लेकिन ईडी ने उन्हें पूछताछ से राहत देने से इंकार करने पर वे ईडी के दफ्तर पहुंचीं।
इससे पूर्व देश भर के कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांग्रेस पार्टी के मुख्यालय पहुंचे थे, जहां उन्होने सोनिया से ईडी द्वारा की जा रही पूछताछ के खिलाफ सत्याग्रह करने के नाम पर विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्रित हुए थे। इस सारे क्षेत्र में धारा 144 लगने के बावजूद जब कांग्रेसियों ने विरोध प्रदर्शन किया तो दिल्ली पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। देश की राज्यों की राजधानियों में भी कांग्रेसी विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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सोनिया गांधी के ईडी कार्यालय जाने से पहले उनके आवास 10, जनपथ पर उनके सांसद पुत्र राहुल गांधी व पुत्री प्रियंका गांधी पहुंची थे और वे दोनों सोनिया के साथ ईडी के कार्यालय तक गये, लेकिन वहां राहुल गांधी को ईडी कार्यालय में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गयी थी।
उधर भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस व सोनिया पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कांग्रेस का सत्याग्रह नहीं, बल्कि दुराग्रह है। उन्होने कहा कि कांग्रेस सच्चाई के सामने करने से डर रही है। सोनिया गांधी व राहुल गांधी को अदालत से भी कोई राहत नहीं मिली थी। ये दोनों ही इस मामले में जमानत पर हैं। इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने केन्द्र सरकार पर सोनिया-राहुल को अनावश्यक रुप से परेशान करने के लिए ईडी और दूसरी जांच एजेंसियों के दुरुपयोग करने का आरोप लगाया।
बता दें कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने पूछताछ के लिए सोनिया गांधी को समन जारी करके गत माह 8 जून और फिर 23 जून को अपने दफ्तर बुलाया था, लेकिन बीमार होने के अस्पताल में भर्ती होने और बाद स्वास्थ्य ठीक न होने के कारण वे पूछताछ के लिए पेश नहीं हो पायी थीं। इसी मामले में ईडी राहुल गांधी से 13,14, 15, 20 और 21 जून को पांच दिन तक करीब 50 घंटों तक पूछताछ कर चुका है।