Chandrayaan Director Passes Away: चंद्रयान-1 मिशन के निदेशक रहे श्रीनिवास हेगड़े का निधन
इसरो (ISRO) के पूर्व वैज्ञानिक (Former scientists) 71 वर्षीय श्रीनिवास हेगड़े (Srinivas Hegde), जो भारत के पहले चंद्र मिशन, चंद्रयान-1 के मिशन निदेशक थे, जिसने चंद्रमा पर पानी के अणुओं की खोज की थी, उनका शुक्रवार 14 जून को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं।
Chandrayaan Director Passes Away: इसरो (ISRO) के पूर्व वैज्ञानिक (Former scientists) 71 वर्षीय श्रीनिवास हेगड़े (Srinivas Hegde), जो भारत के पहले चंद्र मिशन, चंद्रयान-1 के मिशन निदेशक थे, जिसने चंद्रमा पर पानी के अणुओं की खोज की थी, उनका शुक्रवार 14 जून को एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं।
हेगड़े का इसरो के साथ 1978 से 2014 तक लंबा करियर रहा और वह यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (UR Rao Satellite Centre – URSC) या तत्कालीन इसरो सैटेलाइट सेंटर (आइजैक) के हिस्से के रूप में दर्जनों अंतरिक्ष मिशनों में शामिल थे।
परिवार के करीबी लोगों के अनुसार, हेगड़े किडनी से संबंधित बीमारी (Kidney related diseases) के इलाज के लिए जा रहे थे। गुरुवार 13 जून की देर रात उन्हें दिल का दौरा (heart attack) पड़ा और उन्हें जयनगर (Jayanagar) एक निजी अस्पताल (private hospital) में लेकर जाया गया, जहां उन्होंने शुक्रवार 14 जून की दोपहर को अंतिम सांस ली।
पूर्व इसरो वैज्ञानिक (Former ISRO Scientist) और यूआरएससी निदेशक (URSC Director), एम अन्नादुराल (M Annadural), जो चंद्रयान-1 के परियोजना निदेशक थे, उन्होंने एक समाचार एजेंसी को बताया कि, “जब मैं 1982 में इसरो में शामिल हुआ, तो वे मेरे पहले बॉस (First Boss) थे। चंद्रयान-1 और कई अन्य मिशनों के एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहने वाले श्रीनिवास प्रसाद के साथ काम करने का अनुभव बेहतरीन था।”
इसरों को उन्होंने 36 साल दिए, इस दौरान वह कई परियोजनाओं की योजना, विश्लेषण और संचालन में शामिल रहे जिसमें डिज़ाइन, योजना और विश्लेषण शामिल थीं।
इसरो में अपने 36 साल के कार्यकाल के दौरान, हेगड़े “मिशन” पक्ष से कई परियोजनाओं की योजना, विश्लेषण और संचालन में शामिल थे, जिसमें डिजाइन (Design), विश्लेषण (Analysis) और योजना (Planning) शामिल थी।