बिजनौर: नजीबाबाद थाना पुलिस ने एक सिपाही सहित चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके चंगुल से अपहृत व्यापारी को सकुशल मुक्त करा लिया है।
एसपी सिटी डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह ने बताया कि अपराधियों के साथ गिरफ्तार सिपाही ने खाकी वर्दी पर दाग लगाया है। वह पुलिस वर्दी की आड़ में भोली भाले व्यापारी को एक महिला के जरिये मकड़जाल में फंसाकर बंधक बनाया। इसके बाद सिपाही फिरौती की रकम वसूलने का पूरा जाल बिछा चुका था। लेकिन पुलिस की सूझबूझ और सतर्कता की वजह से वह समय से रहते पकड़ा गया।
महिला के जरिये फंसाया था व्यापारी
डॉक्टर प्रवीन रंजन सिंह के अनुसार नजीबाबाद पुलिस ने सिपाही सहित चार अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह एक महिला को मोहरा बनाकर व्यापारी को फंसाया था। गिरोह के सदस्य उससे 10 लाख रुपए ऐंठने वाले थे। इसलिए महिला ने ब्रश कारोबारी यशवीर को फोन करके काशीपुर उत्तराखंड के होटल में बुला लिया था।
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काशीपुर में होटल में पहुंचे ब्रश कारोबारी यशवीर को चार गैंग के सदस्यों ने उसके नौकर सहित बंधक बना लिया था। वे उससे दस लाख रुपए की फिरौती मांग रहे थे। हालाँकि व्यापारी यशवीर ने 16 हज़ार रुपए एटीएम से निकालकर अपहरणकर्ताओं को दे दिए थे। वे फिरौती के 10 लाख रुपये मांग रहे थे।
चैकिंग में गाड़ी से बरामद हुई थी पुलिस की वर्दी
पुलिस के मुताबिक गैंग के सदस्य जब यशवीर के फिरौती की रकम वसूलने जा रहे थे तो पुलिस ने चैकिंग के दौरान आरोपियों को पकड़ लिया। इन में दो अपहरणकर्ता एक दरोगा व एक सिपाही की वर्दी में था। उनकी गाड़ी से एक दरोगा और एक सिपाही की वर्दी भी बरामद हुई।
व्यापारी को होटल में बनाया था बंधक
पुलिस को पूछताछ में कई विरोधावास होने पर शक हुआ। सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होने होटल में व्यापारी बंधक बनाये जाने और उससे फिरौती वसूलने की बात सामने आयी। इस पर पुलिस ने होटल जाकर बंधक बनाकर रखे गये व्यापारी व उसके नौकर को छुड़ाया। बंधक बनाया गया ब्रश कारोबारी यशवीर बिजनौर के शेरकोट का रहने वाला है।
ठगी में महिला की प्रमुख भूमिका
एसपी सिटी ने बताया कि गिरफ्तार गैंग सदस्यों में दीपक निवासी जानसठ (मुजफ्फरनगर) यूपी पुलिस का निलंबित सिपाही है। वह पुलिस की वर्दी पहनकर गैंग के सदस्यों सुनील निवासी खतौली (मुजफ्फरनगर), काशीपुर निवासी दानवीर चौहान, पंकज और महिला मनीषा के साथ पैसे वाले लोगों को फंसाते थे और उनसे महिला की आड़ लेकर ठगी करता थे ।
दुष्कर्म के आरोप में निलंबित था गिरफ्तार सिपाही
सिपाही दीपक साल 2011 के बैच का है। तब वह मुरादाबाद में तैनात था। साल 2021 में दुष्कर्म मामले में उसे निलंबित कर दिया गया था। इन चारों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि गैंग की महिला सदस्य मनीषा महिला फिलहाल फरार है।
इस मामले में पुलिस कर्मी सहित गैंग तीन के सदस्यों के खिलाफ संगीन धाराओं में केस दर्ज लिया गया है। सभी आरोपियों को जेल भेज दिया गया है।