Shares to Watch Today: इस हफ्ते शेयर बाजार की चाल वैश्विक रुझानों, व्यापक आर्थिक आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही नतीजों से प्रभावित होगी। गुरुवार को ईद-उल-फितर के मौके पर शेयर बाजार बंद रहेंगे। कारोबारियों का कहना है कि विदेशी निवेशकों का रुख, रुपये-डॉलर के रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा तय करेंगे।
सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को टाटा स्टील और वेदांता लिमिटेड के शेयरों में तेजी आ सकती है। पिछले वित्त वर्ष (2023-24) में टाटा स्टील इंडिया की बिक्री छह फीसदी बढ़कर 1.99 करोड़ टन हो गई है। खुदरा, ऑटो और रेलवे खंड में अधिक मांग से कंपनी की बिक्री बढ़ी। टाटा स्टील ने शनिवार को शेयर बाजार को दी जानकारी में कहा कि इस दौरान भारत में कंपनी का उत्पादन 1.88 करोड़ टन रहा. इस बीच अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता के निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। दुनिया की सबसे बड़ी संपत्ति प्रबंधन कंपनी ब्लैकरॉक के साथ अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए), आईसीआईसीआई म्यूचुअल फंड और निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने पिछले चार महीनों में वेदांता में अपनी हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत बढ़ा दी है। इस दौरान विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने वेदांता ग्रुप में अपनी हिस्सेदारी 1.2 फीसदी बढ़ा दी।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस सप्ताह शेयर बाजार की चाल वैश्विक रुझानों, व्यापक आर्थिक आंकड़ों और कंपनियों के तिमाही नतीजों से प्रभावित होगी। गुरुवार को ईद-उल-फितर के मौके पर शेयर बाजार बंद रहेंगे। कारोबारियों का कहना है कि विदेशी निवेशकों का रुख, रुपये-डॉलर के रुझान और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी बाजार की दिशा तय करेंगे। स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के शोध प्रमुख संतोष मीना ने कहा कि भारतीय कंपनियां इस सप्ताह चौथी तिमाही के वित्तीय परिणामों की घोषणा करना शुरू कर देंगी। इस क्रम में आईटी सेवा कंपनी टीसीएस ने सबसे पहले अपने नतीजे घोषित किये हैं। टीसीएस के नतीजे 12 अप्रैल को जारी होंगे। भारत के औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े भी 12 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे और मार्च के लिए मुद्रास्फीति के आंकड़े भी उसी दिन घोषित किए जाएंगे। पिछले सप्ताह बीएसई बेंचमार्क 596.87 या 0.81 प्रतिशत बढ़ा। 4 अप्रैल को सूचकांक 74,501.73 के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया।
इन शेयरों में आ सकती है तेजी
मोमेंटम इंडिकेटर एमएसीडी के मुताबिक, सोमवार को अल्काइल एमाइन्स और एफडीसी के शेयरों में तेजी आ सकती है। वहीं, आईआईएफएल फाइनेंस, आवास फाइनेंसियर्स, एनबीसीसी, एनसीसी, आईआरबी इंफ्रा डेवलपर्स और सफारी इंडस्ट्रीज के शेयरों में गिरावट की आशंका है। मूल्य के संदर्भ में, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज फाइनेंस और एसबीआई के शेयर एनएसई पर सबसे अधिक सक्रिय थे। वॉल्यूम के लिहाज से टाटा स्टील, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, आईसीआईसीआई बैंक, ओएनजीसी, एनटीपीसी और एसबीआई के शेयरों में सबसे ज्यादा कारोबार देखने को मिला।
शेयर बाजारों में ऊंचे मूल्यांकन और आम चुनावों के बीच विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआई) सतर्क हो गए हैं और इस महीने के पहले सप्ताह में उन्होंने बाजार से 325 करोड़ रुपये निकाले हैं। डिपॉजिटरी डेटा के मुताबिक, एफपीआई ने मार्च में 35,000 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का निवेश करने के बाद शुद्ध निकासी की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि अमेरिका में 10 साल की बॉन्ड यील्ड बढ़कर 4.4 फीसदी हो गई है, जो निकट अवधि में भारत में एफपीआई निवेश को प्रभावित करेगी। उन्होंने कहा कि उच्च अमेरिकी बांड पैदावार के बावजूद, एफपीआई की बिक्री सीमित रहेगी क्योंकि भारतीय शेयर बाजार में तेजी है और लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है।