UP Varanasi News: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में 46 में दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन, गोल्ड मेडलिस्ट छात्राओं का रहा दब दबा
The 46th convocation was held at Mahatma Gandhi Kashi Vidyapeeth, gold medalist female students dominated
UP Varanasi News: वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 46 वे दीक्षांत समारोह में अध्यक्षता करती हुई प्रदेश की राज्यपाल आंदीबेन पटेल ने कहा की आज शिक्षा के साथ ही हर फील्ड में लड़किया आगे है। इसके पीछे यह सोच हो सकती है कि शादी के बाद अगर जरूरत पड़ी तो शिक्षा ही उनके काम आ सकती है। यह एक अच्छी सोच है। आज इस बात की जरूरत है की महिलाओं के बेहतर स्वास्थ्य के लिए हर डिलीवरी हॉस्पिटल में हो इसमें आंगनबाड़ी करकर्तियो की महत्वपूर्ण भूमिका है। आज यहां पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को किट प्रदान की गई है। आज नशामुक्ति के लिए ग्रीन आर्मी पिछड़े इलाके में जमकर अभियान चला रही है यह सराहनीय है। इसको बढ़ावा दिया जाना चाहिए।यह सेवा का कार्य है। हमने इनके उत्साहवर्धन के लिए इनको राजभवन में आमंत्रित किया है।आज हर घर में शुद्ध पानी पहुंचे इसके लिए हमे कार्य करना चाहिए। आज व्यवहारिक ज्ञान की अवश्यकता है। हमारे विद्यार्थियों को इसको अपनाना है व्यवहारिक ज्ञान शिखाया नही जाता यह धीरे धीरे आता हैइसलिए इसपर ध्यान दीजिएगा, आपको तकनीक का भी ज्ञान होना चाहिए पूरी दुनिया टेक्नोलॉजी की हो गई है इसके साथ साथ अपनी विरासत को भी देखना होगा, इसको हृदय में रखना होगा। आज देश हर क्षेत्र में तरक्की कर रहा है इसमें भागीदार बनना होगा,बिजली पानी को भी बचाने का भाव होना चाहिएतभी इसकी सार्थकता होगी। महात्मा गांधी काशी विद्या पीठ हमेशा नए नवाचारों को आत्मसात करता रहा है।
इस वर्ष का दीक्षांत समारोह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचारों पर आधारित ‘त्रिवेणी संगम’ की थीम पर आधारित था।
समारोह में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, मंडित दीनदयाल उपाध्याय एवं डॉ भीमराव अम्बेडर जी के विचारों पर आधारित स्मारिका का विमोचन भी हुआ।दीक्षांत समारोह में स्नातक के 07 एवं स्नातकोत्तर के 09 पाठ्यक्रम में गोल्ड मेडल मिला। 02 उत्कृष्ट खिलाडियों को मेडल दिया गया वहीं स्नातक के 78196, स्नातकोत्तर के 19056 एवं पी-एच.डी के 98 (53 छात्र एवं 45 छात्रा) छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान की गई।
मुख्य अतिथि पावर ग्रिड कारपोरेशन ऑफ इण्डिया, नई दिल्ली के सी.एम.डी. आर. के. त्यागी ने कहा कि बुद्ध के समय से ही काशी ज्ञान की राजधानी रही है। आज आपके कठिन परिश्रम का फल मिला है। आपको अपने मूल्यों को बचा कर रखना है।
जिससे उसका सकारात्मक उपयोग हो सके। विकसित भारत के लिए शिक्षा का बड़ा महत्व है।नेल्सन मंडेला ने कहा था कि शिक्षा एक मतवपूर्ण हथियार है जिससे सब कुछ पाया जा सकता है। शिक्षा की चुनौतियों को स्वीकार करना होगा। पावर ग्रिड सिर्फ बिजली ही नहीं देती बल्कि भारत के निर्माण में अपना योगदान भी देती है।
अति विशिष्ट अतिथि योगेन्द्र उपाध्याय, कैबिनेट मंत्री, उच्च शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि आपके इस मेहनत के पीछे आपके माता पिता के साथ ही आपके गुरुओ का महत्वपूर्ण योगदान है। आपको इसको भूलना नहीं चाहिए, काशी अनादि काल से शिक्षा और ज्ञान का केंद्र रहा है। इसने हमेशा से ही देश को दिशा दी है। आपको अपने ज्ञान को फैलाना है। आज काशी बदल रही है प्रगति हो रही है। आज देश दोराहे पर खड़ा है, दो मानसिकता बन गई है। देश को मैं और मेरा परिवार की मानसिकता हावी हो रही है,आज तय करना होगा किस मानसिकता को चुनना है। विशिष्ट अतिथि रजनी तिवारी, राज्य मंत्री, उच्च शिक्षा, उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि आपको आने वाली चुनौतियों से घबराना नहीं है। आप विनीत बने, विनीत व्यक्ति से सब मिलना चाहते है। 2047 में भारत को विकसित देश बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
दीक्षांत समारोह में विभिन्न आगनवाडी केन्द्रों को 200 किट्स भी दिया गया। साथ ही वाराणसी एवं सोनभद्र जिले की टॉप थ्री आगनवाड़ी कार्यकत्री को सम्मानित भी किया गया। साथ ही विश्वविद्यालय द्वारा वाराणसी जिले के पांच गांवों के प्राथमिक, कंपोजिट विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल, इंटर कालेज में आयोजित सित्रकला, कहानी कथन एवं भाषण प्रतियोगिता के 36 विजेताओं को राज्यपाल द्वारा सम्मानित किया गया।