बांदा: बांदा मंडल जेल में तैनात एक डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को जेल में कैद कुख्यात माफिया डान मुख्तार अंसारी पर मेहरबानी का खामियाजा भुगतना पडा है। यह डिप्टी जेलर और उसके चेहते चार बंदी रक्षक मुख्तार अंसारी को वीआईपी ट्रीटमेंट देते थे। ये सब जेल कर्मचारी मुख्तार की मांग पर लग्जरी सामान उपलब्ध कराते थे। शासन ने डिप्टी जेलर और चार बंदी रक्षको के खिलाफ कार्रवाई करते सभी को सस्पेंड कर दिया है।
बांदा मंडल जेल में तैनात एक डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह की मुख्तार अंसारी माफिया पर खास मेहरबानी होने पोल उस समय खुली जब दो दिन पहले बांदा जिलाधिकारी अनुराग पटेल और पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बांदा जिला जेल पर औचक निरीक्षण किया था। इन अधिकारियों को जेल के अंदर प्रवेश देने में जानबूझकर देरी की गयी और उसका व्यवहार भी संतोषजनक नही रहा था।
इन आला अधिकारियों को जेल में छापेमारी में मुख्तार अंसारी वाले बैरक से तमाम विलासिता की चीजें मिली थीं, जो जेल नियमों के अनुसार किसी विचाराधीन कैदी का नहीं दी जा सकतीं। इन अधिकारियों ने डिप्टी जेलर के मुख्तार अंसारी पर खास मेहरबान होने का पता चला और वह नियम विरुद्ध उसे जेल में कई तरह की सुविधाएं उपलब्ध करा रहा था। इसके अलावा चार बंदी रक्षक बिना बॉडी काम के मिले थे, जबकि नियमानुसार बिना बॉडी काम कोई भी बंदी रक्षक ड्यूटी नहीं दे सकता। इस पर इन्हें भी निलंबित किया गया है। शासन ने निलंबित डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सिंह को डा. सम्पूर्णानन्द कारागार प्रशिक्षण संस्थान लखनऊ संबंद्ध किया गया है।