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Paris Olympics 2024: ब्रिटेन को धूल चटाकर सेमीफाइनल में भारतीय हॉकी टीम ने मारी एंट्री

The Indian hockey team entered the semi-finals after defeating Britain

Paris Olympics 2024: क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन पर शूट-आउट जीत के साथ भारतीय हॉकी टीम सेमीफाइनल में पहुंच गई है। टोक्यो ओलंपिक में भारत ने ब्रिटेन को हराकर अंतिम चार में जगह बनाई है। एक बार फिर श्रीजेश ने खुद को भारतीय हॉकी की चट्टान साबित कर दिया।

लगातार दूसरे साल भारत की पुरुष हॉकी टीम ने ओलंपिक सेमीफाइनल में अपनी जगह बना ली है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह की टीम ने रविवार यानि आज 4 अगस्त को बेहद रोमांचक क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को शूटआउट में 4-2 से हराकर चमत्कार कर दिया। 6 अगस्त को भारत का मुकाबला अब अर्जेंटीना और जर्मनी के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा। आधे से ज्यादा मैच अपने मुख्य डिफेंडर अमित रोहिदास के बिना खेलने के बावजूद भारत की ये जीत बेहद खास है। निर्धारित 90 मिनट के बाद दोनों टीमों के बीच स्कोर एक-एक गोल से बराबर था, जिसके बाद विजेता का फैसला करने के लिए शूटआउट का सहारा लेना पड़ा। इसके बाद, अनुभवी भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने अपने सभी कौशल का उपयोग करके भारतीयों के सपनों को शूटआउट में टूटने से बचाया।

भारत ने दिखाया 10 का दम

खेल के पांचवें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन को दो पेनल्टी कॉर्नर मिले। अमित रोहिदास ने दोनों बार सतर्क डिफेंस दिखाया और भारत को पहले क्वार्टर के 13वें मिनट में तीन पेनल्टी कॉर्नर मिले, हालांकि कप्तान हरमनप्रीत भी इस प्रयास में असफल रहे। दूसरा क्वार्टर शुरू होते ही रेफरी ने अमित रोहिदास को रेड कार्ड दिखाकर बाहर कर दिया, जिसके बाद भारत को पूरे मैच में 11 की जगह 10 खिलाड़ी के साथ खेलना पड़ा। अमित रोहिदास की गिनती दुनिया के सबसे तेज पेनल्टी कॉर्नर रशर के तौर पर होती है। अपने अहम डिफेंडर के बिना खेलते हुए भारत ने एक ग्रेट ब्रिटेन को एक भी गोल नहीं करने दिया, ये अहम बात है।

भारत ने दागा था पहला गोल

22वें मिनट में भारत के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी कॉर्नर के ज़रिए खेल का पहला गोल किया। रेड कार्ड दिए जाने के बाद भी कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने गोल किया। मगर, भारत की बढ़त ज़्यादा देर तक नहीं टिकी क्योंकि 27वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन ने स्कोर बराबर कर दिया। इस बार, लगातार दबाव के कारण भारतीय रक्षापंक्ति (Indian Defence Line) चरमरा गई। एक प्लेयर की कमी साफतौर पर झलकती दिखी। 36वें मिनट में ग्रेट ब्रिटेन ( great Britain) को लगातार 2 पेनल्टी कॉर्नर मिले, इसके बाद 38वें मिनट में भी पेनल्टी कॉर्नर मिला। निर्धारित 90 मिनट के बाद जब खेल एक-एक पर बराबरी पर था, तो क्वार्टर फाइनल मैच (quarter final match) शूटआउट पर चला गया।

श्रीजेश फिर कर दिखाया

अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे 36 साल के गोलकीपर पीआर श्रीजेश की अगुवाई में भारतीय डिफेंस ने ब्रिटेन के हर हमले का बचाव किया। भारतीय गोल पर ब्रिटेन के 28 हमलों में से सिर्फ़ एक ही सफल रहा। शूटआउट में इंग्लैंड के लिए सिर्फ़ जेम्स एल्बेरी और जैक्स वालेंस ने गोल किए, जबकि भारत की ओर से कप्तान हरमनप्रीत सिंह, सुखजीत सिंह, ललित उपाध्याय और राजकुमार पाल ने गोल किए। कोनोर विलियमसन का निशाना चूका और फिलिप रोपर का शॉट श्रीजेश ने बचाया। विलियमसन गेंद को गोलपोस्ट में नहीं डाल पाए। जिस समय श्रीजेश ने फिलिप रोपर के फॉलो-अप शॉट को रोका, भारत की जीत लगभग तय लग रही थी। इसके बाद राजकुमार पाल ने गेंद को गोलपोस्ट में डाल दिया और टीम इंडिया (Team india) को जीत दिला दी।

भारत ने टोक्यो में जीता था मेडल

टोक्यो ओलंपिक में भारत ने कांस्य पदक जीता है। सेमीफाइनल में उसे हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद टीम ने जर्मनी को हराकर पदक जीता। इस बार भारत सेमीफाइनल में सीधे जर्मनी से खेल सकता है। अर्जेंटीना वह टीम है जिसके साथ जर्मनी को क्वार्टर फाइनल में खेलना होगा। सेमीफाइनल में जीतने वाली टीम का सामना टीम इंडिया से होगा।

Prachi Chaudhary

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