नई दिल्ली/कोलंबो: एक तरफ श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हालत पिछले कई दिन से बद से बदतर हो रह हैं, वहीं बिना इस्तीफा दिये राजनीतिक प्रोटोकोल का लाभ उठाते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे मालदीप से भागकर निजी जेट से सिंगापुर पहुंच गये हैं। राजपक्षे सिंगापुर में ही राजनीतिक शरण लेकर लंबे समय तक रह सकते हैं।
इधर श्रीलंका की जनता सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर राष्ट्रपति भवन, प्रधानमंत्री आवास-दफ्तर, संसद, राष्ट्रीय दूरदर्शन आदि पर कब्जा कर चुकी है और उग्र धरने-प्रदर्शन करने में लगी हुई है, वहीं बिगड़े हुए हालात पर काबू पाने के लिए सेना ने पूरी तैयारी कर ली है। अब प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए सेना ने सड़कों पर टैंक तैनात कर दिये हैं। पूरे कोलंबो में जहां-जहां प्रदर्शनकारी एकत्रित हैं, उन स्थानों पर कर्फ्यू लगाने की तैयारी है, ताकि उन्हें सरकारी भवनों से कब्जे मुक्त कराकर वहां से खदेड़ा जा सके। कार्यवाहक राष्ट्रपति ने सेना को स्थिति में काबू करने के लिए श्रीलंका की सेना और पुलिस को सभी आवश्यक कदम उठाने के लिए पूरी छूट दे दी है।
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बता दें कि पिछले तीन दिन से श्रीलंका के हालात बहुत खराब हैं। लाखों लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं। श्रीलंका में परिवाद की राजनीति के कारण वहां की अर्थ व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गयी है। आम जनता मंहगाई के कारण भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रही है। देश में खाने पीने की चाजों का कमी के कारण लोग भुखमरी की कगार पर पहुंच गये हैं, ऐसी विषम हालात में देशवासियों को विश्वास में लेकर हालात सुधार के लिए कदम उठाये जाने की बजाय राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग गये हैं, इसलिए श्रीलंका के लोगों में राजपक्षे परिवार के प्रति भारी गुस्सा है।