नई दिल्ली: कोरोना की बढ़ती रफ्तार से लोग सहम गए है. विद्घार्थी तो कोरोना से अपने भविष्य को लेकर खासा चिंतित हो गये है. भारत में पिछले 24 घंटे में 3,805 नए कोविड के मामले दर्ज किए गए हैं. कोरोना की कारण बीते 24 घंटे में 22 लोगों की मौत हुई. वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान 3,168 कोरोना से से ठीक हुए.
कोरोना से अब तक मरीजों के ठीक होने के बाद रिकवरी का आंकड़ा 4,25,54,416 तक पहुंच गया. पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4,87,544 सैंपल की जांच किए गये. अब अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में कमी देखने को मिली है. स्वास्थ्य विभाग ने कहा, पिछले कुछ हफ्तों में कोविड केस में वृद्धि देखने को मिली है, ये नई लहर की शुरुआत के संकेत नहीं है और लोगों को इससे सावधानी बरतने की जरूरत है.
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स्कूलों के सर्वेक्षण से पता चला है कि, स्टूडेंट्स अपने भविष्य को लेकर चिंतित है और तनाव महसूस कर रहे है. स्टूडेंट्स ने बताया कि परिवार में कोरोना के कारण किसी एक को भी खोने के कारण उनके घर की आय प्रभावित हो गई है. और कोरोना बढ़ती रफ्तार ने सालों से हमारे जीवन को बहुत ही ज्यादा प्रभावित किया है. इससे हमारे पढ़ाई प्रभावित हो गई है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के दावे पर बवाल छिड़ गया है. दरअसल, WHO का दावा है कि भारत में कोरोना से 47 लाख लोगों की मौतें हुई हैं. ये संख्या आधिकारिक आंकड़े से करीब 10 गुना ज्यादा है. WHO के इस दावे पर भारत सरकार ने सवाल उठाए हैं. वहीं, एक्सपर्ट्स ने भी इस पर निराशा जताई है.