Foreign Recruitment Scam: विदेश जाने की चाह में जाल में फंसे पंजाब के युवक की दास्तां
पंजाब के सरबजीत सिंह को टूरिस्ट वीजा पर रूस ले जाकर जबरन सेना में भर्ती कर यूक्रेन भेज दिया गया। उन्होंने पांच महीने युद्ध लड़ा और दो महीने जेल में बिताए। प्रधानमंत्री मोदी की पहल के बाद वह सुरक्षित घर लौटे, जिससे फर्जी ट्रैवल एजेंटों की सच्चाई सामने आई।
Foreign Recruitment Scam: पंजाब के युवाओं में विदेश जाकर अच्छा जीवन जीने की चाह आम है, लेकिन कई बार यह ख्वाहिश उनके लिए जानलेवा साबित हो जाती है। ऐसा ही मामला सामने आया है अमृतसर के अजनाला तहसील के गांव जगदेव खुर्द का, जहां के सरबजीत सिंह की विदेश जाने की ख्वाहिश उसे रूस तक ले गई, लेकिन वहां उसे जबरन रूसी सेना में भर्ती कर यूक्रेन युद्ध में झोंक दिया गया। पांच महीने तक जिंदगी और मौत के बीच जूझने के बाद अब वह सुरक्षित अपने गांव लौट आया है।
टूरिस्ट वीजा पर गया, पर सीधे सेना के कैंप में पहुंचा
सरबजीत सिंह ने बताया कि वह अपने ही गांव के एक युवक की सलाह पर टूरिस्ट वीजा लेकर रूस गया था। उसे बताया गया था कि रूस में उसे केवल कुरियर डिलीवरी का काम करना होगा और हर महीने 80 से 85 हजार रुपये वेतन मिलेगा। लेकिन रूस पहुंचते ही उसे धोखे से एक सेना के बेस कैंप में ले जाया गया, जहां 20 से 21 दिन की सख्त मिलिट्री ट्रेनिंग देने के बाद उसे यूक्रेन की अग्रिम पंक्ति में तैनात कर दिया गया।
ऑल इंडिया वुमेन मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का समर्थन कट्टरपंथियों और विपक्ष की बढ़ जाएगी टेंशन!
बिना भोजन और पानी के, मौत से रोज सामना
सरबजीत ने बताया कि उसे रोज 30 से 35 घंटे काम कराया जाता था और खाने में बस थोड़े से चावल मिलते थे। पीने का पानी भी मुश्किल से मिलता था। उसने यूक्रेन के खिलाफ पांच महीने तक युद्ध में हिस्सा लिया। इस दौरान उसने कई भारतीय युवाओं को घायल होते और मरते देखा। उसकी किस्मत और भगवान की कृपा से वह इन परिस्थितियों से बच निकला।
दो महीने जेल में भी काटे दिन
सरबजीत ने बताया कि युद्ध के दौरान जब उसने सेना छोड़ने की कोशिश की, तो उसे गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया गया। वहां उसने दो महीने बिताए। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रूस दौरे के दौरान इस मुद्दे को उठाया गया, जिसके बाद रूसी सरकार ने सरबजीत समेत अन्य भारतीय युवाओं को वापस भारत भेजा।
ALSO READ: जम्मू-कश्मीर विधानसभा में नहीं हो सका वक्फ पर प्रस्ताव पास, भड़कीं महबूबा, अब बनाया ये प्लान
मां की आंखों में था इंतजार और चिंता
सरबजीत की मां बलजीत कौर ने कहा कि जब उनका बेटा रूस गया, तो घर के हालात बिगड़ते चले गए। उनकी तबीयत भी खराब रहने लगी। पोते जब पूछते थे कि “पापा कब आएंगे?”, तो उनके पास कोई जवाब नहीं होता था। लेकिन अब वह भगवान का धन्यवाद करती हैं कि उनका बेटा सही-सलामत लौट आया।
READ MORE: कब मिलेंगे दिल्ली की महिलाओं को 2500 रुपये? सीएम रेखा गुप्ता ने बताई पूरी प्रक्रिया
ट्रैवल एजेंटों पर हो सख्त कार्रवाई की मांग
बलजीत कौर और ग्रामीणों ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग की है कि ऐसे ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, जो झूठे वादों के सहारे युवाओं को विदेश भेजकर जानलेवा हालात में धकेल देते हैं।
सरकार से अपील: युवाओं को जागरूक करें और एजेंटों पर नियंत्रण हो
यह घटना सिर्फ सरबजीत की नहीं, बल्कि पंजाब के उन हजारों युवाओं की है जो बेहतर जिंदगी के सपने में फंसकर विदेशों में शोषण और जोखिम भरी परिस्थितियों का सामना करते हैं। सरकार को चाहिए कि वह युवाओं को विदेश जाने से पहले उचित जानकारी और सुरक्षा दे, साथ ही ऐसे धोखेबाज एजेंटों पर शिकंजा कसे ताकि भविष्य में कोई और सरबजीत इस दर्दनाक अनुभव से न गुजरे।
Follow Us: हिंदी समाचार, Breaking Hindi News Live में सबसे पहले पढ़ें News watch indiaपर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट न्यूज वॉच इंडिया न्यूज़ लाइवपर पढ़ें बॉलीवुड, लाइफस्टाइल, न्यूज़ और Latest soprt Hindi News, से जुड़ी तमाम ख़बरें हमारा App डाउनलोड करें। YOUTUBE National। WhatsApp Channels। FACEBOOK । INSTAGRAM। WhatsApp Channel। Twitter।NEWSWATCHINDIA 24×7 Live TV