Hathras Hadsa: धर्मगुरु के नाम पर ‘कलंक’ है ये बाबा, असलियत जान हर किसी के उड़े होश!नाम एक, पहचान अनेक… कभी खुद को आईबी का अधिकारी बताता था तो कभी पुलिस से रिटायर्ड अधिकारी। कभी ये खबर आती है कि ये हेड कॉन्स्टेबल था.. तो भक्तों के लिए ये अराध्य है। लेकिन यहां सवाल उठता है कि आखिर इसकी असलीयत क्या है। कौन है ये बेहरूपिया बाबा, जिसने 122 लोगों की जान ले ली। कहां रहता था ये बाबा… बाबा के आश्रम में सुरक्षा का घेरा कैसा था।
दरअसल आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें एक शख्स ने कासगंज में बाबा के आश्रम की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं। लेकिन इस वीडियो में गौर करने वाली बात है बाबा के आश्रम की भव्यता और इसकी किलेबंदी। इस कथित आश्रम के सारे गेट बंद हैं। हर दरवाजे पर कड़ा पहरा है। बाबा के काफिले की बात करें तो ये पहले करीब दो दर्जन बाइक पर सवार लोग गुजरे। फिर आया महंगी गाड़ियों का काफिला.. और फिर काफिले के पीछे और गाड़ियां।
नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा.. भक्तों के बीच इसे किसी भगवान से कम नहीं माना जाता है.. लेकिन ताज्जुब की बात है कि इस शख्स का न तो कोई सोशल मीडिया अकाउंट है.. न ही किसी सोशल मीडिया पर इसका कोई ट्रेस है.। बाकी बाबाओं और धर्मगुरुओं से अलग ये अपने प्रवचन कहीं अपलोड नहीं करता है।यानि बाबा को लाइमलाइट से दिक्कत है.. यही वजह कि बाबा एक रहस्य है।
बताया जा रहा है कि बाबा ने अपनी सुरक्षा के लिए महिला और पुरुष गार्ड्स की एक फौज बनाकर रखी है.. जिसे नाम दिया गया है नारायणी सेना.. यही सेना प्रवचन स्थल और आश्रम की सुरक्षा को संभालती है। जानकारी के मुताबिक ये सेना इतनी बड़ी है कि बाबा के बहादुगढ़ में 30 बीघे में फैले आश्रम में पांच बीघा जमीव में नारायणी सेना का विश्राम गृह बना है।
नारायण साकार हरि के कथित भक्तिलोक को रहस्यलोक इसीलिए भी कहा जा रहा है कि क्योंकि ये बाबा क्या करता है.. भक्तों को क्या पाठ पढ़ाता है ये भी एक मिस्ट्री ही है… क्यों बताया जा रहा है कि बाबा अपने भक्तों को भी लाइमलाइट से दूर ही रहने की सलाह देता है। बताया ये भी जा रहा है कि बाबा अपने समागम में भूत प्रेत और आत्मा से बातें करने का दावा भी करता है।