नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने के बाद से वहां की परिस्थितियों पूरी तरह से बदल गयी हैं। जम्मू-कश्मीर सरकार अब न तो आंतक बर्दाश्त कर रही है, और नहीं सरकारी सेवा में आतंकवादियों के परिजनों को ही बर्दाश्त करेगी। पिछले कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर सरकार आतंकवादियों के परिवारजनों व आतंकवादियों से संबंध रखने वाले एक दर्जन से अधिक लोगों को नौकरी से निकाला जा चुका है, जिनमें चार को शनिवार को ही बर्खास्त किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद-311 में प्रदत्त सरकार की शक्तियों का प्रयोग करते हुए शनिवार को चार अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया। बर्खास्त किये गये चारों अधिकारियों में दो आतंकवादी परिवारों से ताल्लुक रखते थे और उनके भी आतंकवादियों से संबंध थे, जबकि दो खुद भी आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त पाये गये थे। भारतीय संविधान के अनुच्छेद-311 में सरकार को यह अधिकार प्राप्त है कि वह किसी भी सरकारी कर्मचारी-अधिकारी के देश विरोधी गतिविधि में शामिल होने के शक होने पर उसके खिलाफ जांच किये बिना भी नौकरी से बर्खास्त कर सकती है।
जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल मनोज सिन्हा ने सरकार को प्राप्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए हाल ही में जिन चार अधिकारियों को सरकारी नौकरी से बर्खास्त किया है, उनमें हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुदीन का बेटा सैयद अब्दुल मईद, कश्मीरी पंडितों के नरसंहार करने वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के आतंकी फारुक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे की पत्नी अस्बाह-उल-अर्जमंद खान, कश्मीर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर माजिद हुसैन कादरी व वैज्ञानिक डॉ. मुहीत अहमद भट्ट शामिल हैं।
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आतंकी फारुक अहमद डार उर्फ बिट्टा कराटे 2017 से टेरर फंडिंग के आरोप में जेल में बंद है। नौकरी से बर्खास्त की गयी उसकी पत्नी अस्बाह-उल-अर्जमंद खान जम्मू कश्मीर सरकार में प्रशासनिक अधिकारी थी और वह डीपीओ, प्रचार ग्रामीण विकास, निदेशालय में निदेशक की पद पर थी, जबकि हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सलाहुदीन का बेटा सैयद अब्दुल मईद उद्योग एवं वाणिज्य विभाग में आईटी मैनेजर था। इससे पूर्व सलाहुदीन के दो बेटों को पहले भी बर्खास्त किया चुका है। अब मईद, अस्बाह, प्रोफेसर माजिद हुसैन कादरी व वैज्ञानिक डॉ. महीत अहमद भट्ट भी आतंकवादियों से संबंध होने व आतंकी गतिविधियों लिप्त पाने पर नौकरी से निकाला गया है।