Beer Bal Divas: CM धामी बोले- नई पीढी को साहिबजादों के पराक्रम, शौर्य से अवगत कराएंगे
सेनापति खान उन्हें सरहिन्द ले गया। वहां उसने जोरोवर सिंह व फतेह सिंह से कहा कि यदि वे अपनी जान बचाना चाहते हैं तो इस्लाम धर्म को अपना लें। लेकिन वीर साहिबजादों ने इस्लाम अपनाने से इंकार कर दिया। उन्होने शहीद होने का रास्ता चुना। इस पर मुगल सेना इन दोनों भाईयों को दीवार में चिनवा दिया था।
उधमसिंह नगर। सोमवार को वीर बाल दिवस (Beer Bal Divas) पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री (CM) पुष्कर सिंह धामी ने भाग लिया। CM धामी ने कहा कि राज्य की नई पीढी को साहिबजादों के पराक्रम, शौर्य व वीरता से अवगत कराया जाना चाहिए।
सिखों के10वें गुरु गुरु गोविन्द सिंह जी के बेटों जोरोवर सिंह व फतेह सिंह की शहादत दी थी। इसी के उपलक्ष्य में 26 दिसम्बर को साहिबजादे शहादत दिवस कहा जाता है। जिसे भारत सरकार इस साल Beer Bal Divas के रुप में मनाया जा रहा है।
धामी ने कहा कि 1704 में औरंगजेब ने आंनदपुर किले को घेर लिया था। गुरु गोविन्द सिंह वहां से चले गये थे, लेकिन अपने दोनों छोटे साहिबजादों को आनंदपुर साहिब में ही छोड़ गये थे। औरंगजेब के सेनापति नबाब वजीर खान ने धोखा देकर गुरु गोविन्द सिंह जी के बेटों जोरोवर सिंह व फतेह सिंह को अगवा कर लिया था।
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सेनापति खान उन्हें सरहिन्द ले गया। वहां उसने जोरोवर सिंह व फतेह सिंह से कहा कि यदि वे अपनी जान बचाना चाहते हैं तो इस्लाम धर्म को अपना लें। लेकिन वीर साहिबजादों ने इस्लाम अपनाने से इंकार कर दिया। उन्होने शहीद होने का रास्ता चुना। इस पर मुगल सेना इन दोनों भाईयों को दीवार में चिनवा दिया था।
जोरोवर सिंह व फतेह सिंह को जिस जगह पर दीवार में चिनवाया गया था, उसे अब फतेहगढ साहिब के रुप में जाना जाता है। धर्म की रक्षा के लिए गुरु गोविन्द सिंह जी सदैव अन्याय का विरोध करते रहे। उन्होने राष्ट्र व धर्म के लिए अपना सब कुछ कुर्बान कर दिया।