BJP Mission-2024: नगर निकाय चुनाव की तैयारियों साथ बीजेपी मिशन-2024 को धार देने में जुटी
बीजेपी सभी लोकसभा सीटों पर बड़े नेताओं की जनसभा कराएगी। यह जनसभा निकाय चुनाव से पहले आयोजित होगी। बीजेपी पिछले लोकसभा चुनावों में हारी हुई सीटों पर मार्च के दूसरे सप्ताह से ही अपने मिशन-2024 पर काम करना शुरु कर देगी। बीजेपी उत्तर प्रदेश में मिशन 80 का लक्ष्य लेकर चल रही है।
लखनऊ। होली का त्यौहार खत्म होते ही उत्तर प्रदेश में बीजेपी पूरी तरह से आगामा चुनावों की रणनीति को जमीनीं सतह पर उतराने के मिशन में जुट गयी है। बीजेपी यूपी के सभी मंडलों में कार्यक्रम आयोजित करेगी।
उत्तर प्रदेश में कुछ माह बाद होने वाले स्थानीय नगर निकाय चुनाव की तैयारियों साथ ही यूपी बीजेपी मिशन-2024 के लिए तैयारी को धार देने में जुट गयी है। बीजेपी यूपी में आम चुनाव में प्रदेश की सभी 80 सीटों पर अपना कब्जा जमाने की रणनीति तैयार कर रही है। यूपी बीजेपी ने मिशन 2024 के लिए तैयारी तेज करते हुए बीजेपी सक्रिय बूथ सशक्त मंडल कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है।
बीजेपी सभी लोकसभा सीटों पर बड़े नेताओं की जनसभा कराएगी। यह जनसभा निकाय चुनाव से पहले आयोजित होगी। बीजेपी पिछले लोकसभा चुनावों में हारी हुई सीटों पर मार्च के दूसरे सप्ताह से ही अपने मिशन-2024 पर काम करना शुरु कर देगी। बीजेपी उत्तर प्रदेश में मिशन 80 का लक्ष्य लेकर चल रही है।
उधर प्रदेश में बीजेपी के मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव भी बीजेपी की ही अनुसरण करते का मन बना चुके हैं। सूत्रों का कहना है कि सपा भी बीजेपी के नक्शे कदम पर चलकर यूपी की सभी 80 लोकसभी सीटों पर बड़े नेताओं की सभाएं करने की सोच रही है।
यह भी पढेंः Heart Attack Death: डीजे पर नाच रहे प्रोफेशनल फोटोग्राफर को आया हार्ट अटैक, मौके पर ही मौत
मिशन-2024 के लिए सपा ने अपनी चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के लिए अखिलेश यादव पार्टी मुख्यालय पर बैठक करेंगें, जिनमें सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बैठक लेंगे। कोलकाता में 17 से 19 मार्च के तक सपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होगी। इसी बैठक में आगामी रणनीति को लेकर चर्चा होगी। इसमें सपा मुखिया अखिलेश यादव व पार्टा महासचिव शिवपाल यादव मुख्य निर्णायकों में होंगे।
राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यूपी में भाजपा और सपा एक जैसी योजना ही योजना है। दोनों की यूपी के अधिकतम लोकसभा सीटों पर कब्जा करना चाहती हैं, लेकिन यह तो प्रदेश की जनता के तब के मूड़ पर निर्भर करता है, कि वे किस दल को उसके लक्ष्य के करीब पहुंचाती है। ।