लखनऊ: लोक निर्माण विभाग में हुए स्थानांतरण में अनियमितता होने की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट से सदस्यों को नसीहत हैं। योगी ने कहा कि मंत्री व राज्यमंत्री परस्पर बेहतर समन्वय जरुर रखें, लेकिन वे अपने दफ्तर और निजी स्टाफ पर आंख मूंद कर भरोसा न करें। यह नसीहत ऐसी स्थिति में बहुत महत्वपूर्ण है, जब राज्यमंत्री दिनेश खटीक की अधिकारियों द्वारा महत्व न दिये जाने से नाराजगी के चलते इस्तीफा देने की चर्चा जोरों पर है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मंत्रियों को चाहिए कि वे अपने दफ्तर और निजी स्टाफ पर आंख मूंद कर भरोसा न करे और उनकी गतिविधियों और कामों पर नजर रखें, कि आखिर उनका स्टाफ क्या कर रहा है ? मंत्रिपरिषद की बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्री ईमानदारी और पारदर्शिता से काम करें। सरकार भ्रष्टाचार और अनियमितता की एक भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी। तबादलों में हुए खेल को देखते हुए सीएम ने कहा कि फाइलों पर जल्दबाजी में दस्तखत न करें। कोई भी फैसला मेरिट के आधार पर ही लिया जाना चाहिए।
ये भी पढ़ें- यूपी के राज्यमंत्री दिनेश खटीक ने लिखी अमित शाह को चिठ्ठी, इस्तीफा दिया, कहा- अधिकारी नहीं देते कोई सम्मान
सीएम योगी ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अपने राज्य मंत्रियों के साथ समन्वय रखें और विभागीय कामकाज में उनका भी सहयोग लेकर उनकी बैठकों में शामिल हों। योगी ने कहा कि मंडलों के दौरे के दौरान मंत्री विपक्षी दलों के जनप्रतिनिधियों से भी बात कर उनसे फीडबैक और सुझाव लिया जाना चाहिए।