Fake IAS Arrested: आगरा में पकड़ा गया फर्जी आईएएस, टेंडर दिलाने के नाम पर की थी लाखों की ठगी
महिला ने उस विश्वास करके करीब 14 लाख रुपये दे दिये थे। लेकिन उसे टेंडर नहीं मिला सका। इसके बाद किसा तहत पीड़िता को अपने साथ ठगी होने व उसके फर्जी आईएएस होने का पता चला। उसने नबंवर, 2022 में पंकज राव के खिलाफ ुपने पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। ताज पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। अब उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।
आगरा । जनपद की ताजगंज पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है। गिरफ्तार आरोपी ने खुद को आईएएस अफसर बताकर लाखों की ठगी की थी। पुलिस उससे पूछताछ कर रही हैं।
गिरफ्तार किये गये फर्जी आईएएस का नाम पंकज राय उर्फ पंकज गुप्ता है। वह सहारनपुर जनपद के रामनगर की पठानपुरा, जयभूतनाथ वाली गली का रहने वाला है। उसके पास से दो आधार कार्ड व एक फर्जी आई कार्ड बरामद हुआ है। इस पहचान पत्र में उसने खुद को लोक निर्माण विभाग में सचिव के रुप में लखनऊ में तैनाती दिखा रखी थी।
पुलिस का कहना है कि वह आईएएस अधिकारी बताकर टेंडर दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी किया करता था। एक महिला से उसने टेंडर दिलाने का नाम पर 14 लाख रुपये ऐंठ लिये थे। उसने महिला को बताया था कि उसकी तैनाती लखनऊ के सचिवालय में है और वह अपने प्रभाव से उसे टेंडर दिलवा देगा।
यह भी पढेंः Actor Nawazuddin Siddiqui: अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने हिस्से की पुश्तैनी प्रॉपर्टी भाईयों को दी
महिला ने उस विश्वास करके करीब 14 लाख रुपये दे दिये थे। लेकिन उसे टेंडर नहीं मिला सका। इसके बाद किसा तहत पीड़िता को अपने साथ ठगी होने व उसके फर्जी आईएएस होने का पता चला। उसने नबंवर, 2022 में पंकज राव के खिलाफ ुपने पर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करायी थी। ताज पुलिस उसकी तलाश कर रही थी, लेकिन वह हाथ नहीं आ रहा था। अब उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।
ताज पुलिस के मुताबिक सहारनपुर निवासी आईएएस अधिकारी पंकज राय उर्फ पंकज गुप्ता आपराधिक प्रवृत्ति का है। उसके खिलाफ आगरा, कानपुर और सहारनपुर में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस उसके काले कारनामों का पता लगाने में जुटी है।