नई दिल्ली। जस्टिस उदय उमेश ललित (U.U. Lalit) ने शनिवार को भारत के 49वें मुख्य न्यायाधीश (CIJ) के रूप में शपथ ली। उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया पद की शपथ दिलाई। जस्टिस उदय उमेश ललित की भारत के मुख्य चीफ न्यायाधीश की शपथ समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और सुप्रीम कोर्ट के तमाम जज मौजूद रहे। निवर्तमान सीजेआई एसवी रमणा का कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त हो गया था।
देश के 49वें CJI जस्टिस ललित का कार्यकाल 8 नवंबर तक रहेगा। इस तरह के उनका कार्यकाल केवल 74 दिनों का ही रहेगा। मुख्य न्यायाधीश के रुप में ललित जिस कॉलेजियम का नेतृत्व करेंगे, उसके सदस्यों में जस्टिस चन्द्रचूड़, जस्टिस कौल, जस्टिस नजीर अहमद व इंदिरा बनर्जी शामिल हैं।
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बता दें कि यूयू ललित का परिवार सौ साल से भी अधिक समय से वकालत से पेश से हैं। उनके दादा जी महाराष्ट्र के सोलापुर में वकालत करते थे, जबकि पिता उमेश रंगनाथ ललित बॉम्बे हाईकोर्ट के जज रहे चुके हैं। ललित ने दिल्ली आकर एक अधिवक्ता के रुप में अपने कैरियर की शुरुआत की थी। कुछ ही वर्षों में उनकी गिनती क्रिमिनल मामलों के नामाचीन अधिवक्ताओं में होने लगी थी। वे 2014 में वकील से सीधे सुप्रीम कोर्ट के जज बनाये गये थे। उनके एक बेटे श्रेयस ने गुवाहटी से आईआईटी से मैकेनिकल की डिग्री लेने के बावजूद उन्होने कानून की भी डिग्री ली और वे भी वकालत करने लगे, जबकि उनकी श्रेयस की पत्नी रवीना भी अधिवक्ता हैं। नये सीजेआई की पत्नी शिक्षाविद हैं, वे नोएडा में स्कूल चलाती हैं, जबकि उनका एक बेटे हर्षद सपरिवार अमेरिका में रहते हैं।