ट्रेंडिंगन्यूज़बड़ी खबर

नवजोत सिंह सिद्धू को नहीं रास आ रहा जेल का खाना, बैरक में आठ साथी कैदी हैं हत्या के मामलों में सजायाफ्ता

पटियाला: पूर्व क्रिकेटर और कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू इन दिनों पटियाला की सेंट्रल जेल में बतौर सजायाफ्ता कैदी नं.241383 हैं और वे यहां बैरक नं.10 में आठ सजायाफ्ता कैदियों के साथ कैद हैं। सिद्धू के बैरक के साथी कैदी हत्या के मामलों में सजा काट रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू नये-नये सजायाफ्ता कैदी हैं और उन्हें अभी जेल का खाना रास आ रहा है। उनके वकील ने अदालत से उन्हें जेल में विशेष डाइट के लिए प्रार्थना-पत्र दिया है।

Navjot Singh Sidhu known as prisoner number 241383 in Patiala Jail - India  Hindi News - पटियाला जेल में कटेगी नवजोत सिंह सिद्धू की रात, होंगे कैदी  नंबर 241383

सिद्धू के अधिवक्ता ने पटियाला कोर्ट में प्रार्थना-पत्र देकर बताया है कि नवजोत सिंह सिद्धू को गेहूं से एलर्जी है। इसलिए जेल में उनके स्वास्थ्य कारणों को देखते हुए विशेष भोजन व्यवस्था करने के आदेश देने की मांग की है। इस संबंध में अदालत ने जेल प्रशासन से जबाब मांगा है। इसके बाद ही अदालत उन्हे जेल में मिलने वाले खाने में बदलाव संबंधी कोई आदेश दे सकती है।

Navjot Singh Sidhu, Sidhu skips jail dinner first night, only takes  medicine, jail staff confirms | Navjot Singh Sidhu: जेल में कैसे बीती नवजोत  सिंह सिद्धू की पहली रात, जान लीजिए |

यहां पढ़ें- हरियाणा के पूर्व सीएम ओमप्रकाश चौटाला आय से अधिक मामले में दोषी करार, सजा का ऐलान 26 मई को होगा

सुप्रीम कोर्ट द्वारा 19 मई को 34 साल पुराने रोडरेज के मामले में नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल का सश्रम सजा सुनाने के बाद उन्हें 20 मई को पटियाला कोर्ट में सरेंडर करना पडा था। अदालत ने सजा काटने के लिए उन्हें पटियाला सैंट्रल जेल भेज दिया था। जेल नियमों के अनुसार सजायाफ्ता कैदी के रुप में उन्हें एक मेज-कुर्सी, कापी-पेन, एक बैड, एक कंबल, दो चादर, एक अलमारी, दो पगडी, दो तौलिया, चार कुर्ते पायजामें, तीन अंडरवियर बनियान, एक मच्छरदानी, एक जोडी जूते उपलब्ध कराये गये हैं।

अपनी ही सियासी पिच पर कमजोर पड़ रहे नवजोत सिंह सिद्धू, चुनाव में ही खिसकना  शुरू हो गया था कुनबा - Navjot Singh Sidhu getting weak on his own political  pitch Jagran

सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सश्रम कारावास की सजा सुनायी थी। इसलिए जेल प्रशासन उन्हें जो भी काम करने को देगा, उसे उन्हे करना होगी और इसके बदले उन्हें 90 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मेहनताना मिलेगा।

news watch india
Team News Watch India

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button