फरीदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को कहा कि कोराना काल के बाद भारतीय चिकित्सा पद्धति की विश्व में विश्वाल व साख बढी है। उन्होने कहा कि विश्व में भारत का आयुर्वेद और योग विश्वनीय चिकित्सा पद्धति में शुमार हो गया है। स्वास्थ्य विभाग को कार्य केवल इलाज करना व दवाई देना आदि न करके समाज को स्वच्छ हवा, पानी और साफ सुथरा वातावरण बनाने में भी सहयोग करना है।
मोदी यहां एशिया के सबसे बड़े मल्टी स्पेशिलिटी युक्त अमृता अस्पताल के उद्घाटन करने के बाद संबोधन कर रहे थे। उन्होने अस्पताल की मुखिया संचालिका आध्यात्मिक नेता माता अमृतानंदमयी देवी उर्फ अम्मा को तारीफ करते हुए कहा कि वे सेवा व त्याग का पर्याय हैं। वे आधुनिकता से आध्यात्म के समागम से गरीबों की सेवा में तत्पर रहती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में गुलामी की मानसिकता को पूरी तरह समाप्त करने के प्रण की हर तरफ चर्चा है। इसलिए हमें चिकित्सा के क्षेत्र में भी दूसरे पर निर्भरता खत्म करनी हैं।
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मोदी ने जिस अमृता अस्पताल का उद्घाटन किया है, वह करीब 130 एकड़ में फैला है, जिसमें एक करोड़ फुट क्षेत्र में सात मंजिलें यह अस्पताल 2600 बैड वाला है। अस्पताल के चिकित्सक डॉ. संजीव के सिंह ने बताया कि इसमें अस्पताल में कुल मिलाकर करीब 10 हजार कर्मचारी होंगे और 800 सौ चिकित्सक तैनात रहेगें। अस्पताल में मरीजों के साथ बाहर से आने वाले लोगों के लिए पांच सौ कमरों वाला गेस्ट हाउस, एक चार सितारा होटल, मेडिकल कॉलेज, नर्सिंग कॉलेज, रोगियों को हवाई जहाज से लाने ले जाने के लिए हैली पैड आदि की सुविधा है।