देहरादून। ऋषिकेश में हुई अंकिता भंडारी हत्या को लेकर उत्तराखंड के वकील काफी आक्रोशित हैं। उन्होंने अंकिता भंडारी के हत्यारोपियों का केस नहीं लड़ने का फैसला किया है।
कोटद्वार बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पंत के अंकिता के हत्यारों का केस न लड़ने का आह्वान किया था। वकीलों ने विरोध बुधवार कोर्ट में सुनवाई को विरोध किया था। इसी कारण अंकिता के हत्यारोपियों की कोर्ट में सुनवाई नहीं हो सकी।
पिछले दिनों ऋषिकेश में अंकिता भंडारी चिला नहर में फेंककर हत्या कर दी गयी थी। इस हत्या मामले 23 सितंबर को ज्वालापुर निवासी वंतरा रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, उसके मैनेजर अकिंत गुप्ता व सौरभ भास्कर को गिरफ्तार किया था। तीनों इस समय पौड़ी की जेल में बंद हैं।
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उधर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहले की इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में होने की घोषणा की थी। उन्होने अंकिता के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की। इस प्रकरण में लोगों में इस बात को लेकर गुस्सा है कि पुलिस ने हत्यारोपियों को रिमांड क्यों नहीं मांगी।
हालांकि हत्यारोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के बाद पुलिस की भूमिका सीमित हो गया है। अब जो भी कार्रवाई होगी, वह अदालत के आदेश पर होगी। इसलिए एसआईटी की टीम मामले की जांच कर जल्द से जल्द चार्जशीट दाखिल करना करनी चाहती है।