Up Ghaziabad News:भोजपुर के अमराला गांव में खौफ की रात, गोलियों की गूंज और लहूलुहान सन्नाटा!
गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के अमराला गांव में बीती रात मानो खौफ का कर्फ्यू लग गया। तीन अज्ञात बदमाशों ने गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया, जबकि दो महिलाओं को तमंचे की बट से बेरहमी से लहूलुहान कर दिया।
Up Ghaziabad News: गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के अमराला गांव में बीती रात मानो खौफ का कर्फ्यू लग गया। तीन अज्ञात बदमाशों ने गांव में ताबड़तोड़ फायरिंग कर दो लोगों को गोलियों से छलनी कर दिया, जबकि दो महिलाओं को तमंचे की बट से बेरहमी से लहूलुहान कर दिया। इसी बीच, चोरों ने भी गांव के दो घरों को निशाना बनाकर लाखों की चोरी को अंजाम दिया। एक ही रात में हुई गोलीबारी और चोरी की इन घटनाओं से पूरा गांव दहशत के साए में जी रहा है।
मौत का फरमान: 10 लाख की सुपारी और गोलियों की बरसात
गांव के रहने वाले संदीप अपनी पत्नी कविता के साथ रात में खाना खाने के बाद टहल रहे थे। तभी उन्होंने एक संदिग्ध कार को सड़क किनारे खड़ा देखा। इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, गाड़ी से तीन नकाबपोश बदमाश उतरे और संदीप को घेर लिया। “बच पाओगे नहीं!”—कहते ही बदमाशों ने संदीप पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। संदीप जमीन पर गिर पड़ा, और जब उसकी पत्नी कविता चीखती हुई दौड़ी, तो हमलावरों ने उसके सिर पर तमंचे की बट मारकर उसे भी लहूलुहान कर दिया। जब कविता ने बदमाशों से यह हमला करने की वजह पूछी, तो उनका जवाब था—
“तुम्हारे पति की 10 लाख की सुपारी मिली है!” इसके बाद बदमाश वहां से भागे और गांव के एक अन्य मकान का दरवाजा खटखटाया। जैसे ही अजीत नामक व्यक्ति ने दरवाजा खोला, बदमाशों ने उसके सीने में दो गोलियां उतार दीं और फरार हो गए।
गोलियों की गूंज के बीच चोरों की दस्तक
जहां एक तरफ गांववालों की सांसें गोलीबारी से थमी हुई थीं, वहीं दूसरी तरफ चोर भी बेखौफ होकर दो घरों में सेंध लगा रहे थे। बदमाशों के साथ-साथ चोर भी गांव की सुरक्षा व्यवस्था को ठेंगा दिखाकर लाखों का सामान समेटकर फरार हो गए। सूत्रों की मानें तो हमलावर 25 लाख की फिरौती लेकर किसी की सुपारी किलिंग के इरादे से आए थे। लेकिन जब उनका असली निशाना हाथ नहीं आया, तो उन्होंने आतंक मचाने के लिए अंधाधुंध फायरिंग कर गांव को दहशत में डाल दिया।
पुलिस हरकत में, पर सवाल बरकरार!
गंभीर रूप से घायल संदीप और अजीत को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें गाजियाबाद रेफर कर दिया गया। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन बदमाश तब तक गांव को दहशत के साए में छोड़कर फरार हो चुके थे। पुलिस मामले को पुरानी रंजिश से जोड़ रही है, लेकिन पीड़ित परिवार किसी भी दुश्मनी की बात से इनकार कर रहा है।
सबसे बड़ा सवाल: जब गोलियां चल रही थीं, तो पुलिस कहां थी?
क्या भोजपुर थाना क्षेत्र अपराधियों का अड्डा बन चुका है? कहां थी पुलिस जब बदमाश खुलेआम गोलियों की बरसात कर रहे थे और चोर गांव के घरों को लूट रहे थे? ग्रामीणों में गुस्सा है, पुलिस से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी और गांव में सुरक्षा बढ़ाने की मांग की जा रही है। क्या अमराला गांव में अब हर रात खौफ की होगी? या फिर पुलिस नींद से जागेगी?