UP Political News: यूपी में सातवें आसमान पर सियासी पारा, PM मोदी की धमाकेदार एंट्री!
UP Political News: यूपी में सियासी पारा सातवें आसमान पर है। वजह है लोकसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की करारी हार और सवाल खड़े हो रहे हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर… सवाल उठाने वाले कोई और नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के ही नेता हैं। जो कि सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ खेला करने में लगे हुए हैं।
दरअसल, यूपी लोकसभा चुनाव में सीटें क्या कम आई। यूपी बीजेपी को मानों नजर ही लग गई…खटपट पर खटपट की खबरें लगातार सामने आ रही हैं। कभी केशव मौर्य बीजेपी अध्यक्ष जे पी नड्डा को रिपोर्ट देते हैं तो कभी यूपी बीजेपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा से लेकर अमित शाह को रिपोर्ट दे रहे हैं…तो दूसरी तरफ केशव प्रसाद मौर्य लखनऊ में पिछडी जाति के नेताओं से मुलाकात कर अलग ही फ्रंट पर चलते दिख रहे हैं…कभी संजय निषाद से तो कभी ओपी राजभर से तो आज दारा सिंह चौहान से भी मिले…हलचल ये है कि यूपी में जिस तरह योगी और केशव प्रसाद मौर्य की आपसी ट्यूनिंग की सेहत खराब दिख रही है वो पार्टी के लिए अच्छी नहीं है…लेकिन अब लगता है कि तीन दिन बाद यूपी बीजेपी की खटपट का दि एंड होने वाला है। तीन दिन बाद योगी और केशव पर चर्चाएं बंद हो होने वाली हैं। जी हां सिर्फ तीन दिन बाद…कयासों और संभावनाओं के जो बादल यूपी के सियासी गलियारों में घुमड़ रहे हैं वो ये उम्मीद जता रहे हैं….कि योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्या के ईर्द गिर्द घूमने वाली यूपी की सियासी खबरों पर पूर्ण विराम लग जाएगा…तो उसके पीछे है अब से तीन दिन बाद 27 जुलाई को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ योगी आदित्यनाथ दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक संगठन मंत्री धर्मपाल सिंह और यूपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी की बैठक होने की उम्मीद…उम्मीद जताई जा रही है कि 27 जुलाई को दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिंल की बैठक में जब योगी आदित्यनाथ शामिल होने आएंगे…उस बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम योगी एंड यूपी बीजेपी टीम से मुलाकात कर सकते हैं।
माना जा रहा है यूपी बीजेपी में आतंरिक कलह पर शीर्ष नेतृत्व योगी और केशव प्रसाद मौर्य से बात कर सकता है…और अब तक चली आ रही खटपट पर पूर्ण विराम लग सकता है..इन मुलाकातों में यूपी लोकसभा में हार की समीक्षा के साथ भविष्य़ की रणनीति पर चर्चा का भी अनुमान लगाया जा रहा है…सूत्रों के मुताबिक राज्य में होने वाले विधानसभा की दस सीटों पर उपचुनाव के मद्देनजर भी गंभीर चर्चा हो सकती है। हालांकि जिस तरह से यूपी बीजेपी और यूपी NDA में खटपट की खबरें आती रहीं हैं…ये मामला उतना भी आसान नहीं है जितना लग रहा है।