राजनीति

UPChunav Election: समाजवादी पार्टी का ‘PDA फॉर्मूला’ उपचुनाव में कितना कामयाब होगा?

UPChunav Election: लोकसभा (Loksabha Election) के रण में भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) को यूपी (UP) में करारी हार का सामना करना पड़ा। जिससे की भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party) की बहुत किरकिरी हुई। क्योंकि इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) औऱ समाजवादी पार्टी (Samazwadi Pary) ने यूपी में करिश्मा कर दिया। यूपी में समाजवादी पार्टी (Samazwadi Pary) ने महाविजय हासिल की। जबकि कांग्रेस ने भी कई सीटों पर जीत हासिल कर ली। लेकिन अब समाजवादी पार्टी (Samazwadi Pary) और कांग्रेस भी आगामी उपचुनाव की तैयारियों में जुट गई है।।

लोकसभा (Loksabha Election) में पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक वोट बैंक के साथ साइकिल तेज दौड़ा 37 सीटें जीतीं ।वैसे अखिलेश के PDA फॉर्मूले में डी पर फोकस बढ़ने से बीजेपी को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) साफ कह चुके हैं कि सपा के लिए पीडीए का मतलब है परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी है। जैसे हाल के चुनाव में बहुजन समाजवादी पार्टी का दलित वोट बैंक अखिलेश के खेमें में चला गया।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में OBC  कुल आबादी में से OBC 40 % है। इनमें यादव 8% है…लोधी 7% कुर्मी 3 % , कुशवाहा 14 %  और अन्य OBC 8 % है।अखिलेश यादव के दो दलित सांसद अवदेश प्रसाद और आर के चौधरी दोनों इन दिनों चर्चा में भी हैं। अयोध्या विजयी कराने वाले अवदेश प्रसाद पहले ही संसद में आगे की पंक्ति में बैठते हैं। जबकि अखिलेश के सांसद आर के चौधरी संगोल को हटाकर संविधान की प्रति रखने की मांग थी। जाहिर है प्लान बड़ा है। अखिलेश अब आगामी पंचायत चुनाव समेत 2027 के विधान सभा चुनाव के लिए अभी से ही तैयारी करते दिख रहे हैं। जबकि सपा और कांग्रेस दोनों ने यूपी के 10 सीट पर उपचुनाव मिलकर लड़ने का फैसला किया है। अब देखने वाली बात ये होगी की आगामी चुनावों में समाजवादी पार्टी (Samazwadi Pary) और कांग्रेस कितनी सीटों पर विजय हासिल कर पाती है।

Shubham Pandey। Uttar Pradesh Bureau

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