Secretariat over misbehavior with IAS: उत्तराखंड सचिवालय में आईएएस मीनाक्षी सुंदरम से दुर्व्यवहार मामले पर हंगामा, IAS एसोसिएशन ने सीएम को सौंपा ज्ञापन, आधे दिन का कार्य बहिष्कार
Uproar in Uttarakhand Secretariat over misbehavior with IAS Meenakshi Sundaram, IAS Association submits memorandum to CM, half-day work boycott
Secretariat over misbehavior with IAS: उत्तराखंड में आईएएस अधिकारी मीनाक्षी सुंदरम से दुर्व्यवहार का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। सचिवालय संघ और IAS एसोसिएशन ने इस प्रकरण में कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्य बहिष्कार की घोषणा की है। सचिवालय संघ ने शुक्रवार को आधे दिन के लिए कार्य का बहिष्कार किया है, जबकि IAS एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मिलकर उचित कार्रवाई की मांग की है। IAS एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपते हुए मुख्य सचिव को भी इस मामले में ज्ञापन दिया, जिसमें उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद उत्तराखंड सचिवालय का माहौल गर्म हो गया है।
IAS एसोसिएशन की प्रतिक्रिया
उत्तराखंड IAS एसोसिएशन ने ऊर्जा सचिव मीनाक्षी सुंदरम के साथ हुए दुर्व्यवहार की कड़ी निंदा की है। संघ ने इस मामले में बॉबी पंवार और उनके सहयोगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। IAS एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री धामी और मुख्य सचिव से मिलकर ज्ञापन सौंपा और आरोपियों पर त्वरित कार्रवाई का आग्रह किया। एसोसिएशन के मुताबिक, यह घटना अधिकारी वर्ग की गरिमा के खिलाफ है और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री धामी ने भी एसोसिएशन को आश्वासन दिया कि मामले को गंभीरता से लेकर कार्रवाई की जाएगी।
सचिवालय संघ का कार्य बहिष्कार
उत्तराखंड सचिवालय संघ ने घटना के विरोध में शुक्रवार को आधे दिन का कार्य बहिष्कार किया है। संघ के महासचिव राकेश जोशी ने कहा कि इस घटना से अधिकारी वर्ग की गरिमा पर ठेस पहुंची है, और इसे सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने सभी सचिवालय कर्मियों से आधे दिन तक कार्य से विरत रहने का आह्वान किया। इसके साथ ही संघ ने चेतावनी दी कि यदि बॉबी पंवार पर कठोर कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे पूर्ण कार्य बहिष्कार का सहारा ले सकते हैं।
घटना की जांच और पुलिस की भूमिका
मामले की जांच के लिए पुलिस विभाग के जांच अधिकारी गुरुवार को सचिवालय पहुंचे। उन्होंने मीनाक्षी सुंदरम के कार्यालय में स्टाफ और आस-पास के कर्मचारियों से पूछताछ की। पुलिस ने घटना के हर पहलू की जांच करते हुए सचिवालय के अंदर का नक्शा भी तैयार किया। अधिकारियों का कहना है कि पूरे घटनाक्रम की सघन जांच की जा रही है और सभी साक्ष्यों को इकट्ठा किया जा रहा है।
मामला क्या है?
यह विवाद 6 नवंबर को उस समय उत्पन्न हुआ जब बॉबी पंवार नामक व्यक्ति ने अपने साथियों के साथ सचिवालय में ऊर्जा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम के कार्यालय में घुसकर उनसे अभद्रता की। ऊर्जा सचिव का आरोप है कि बॉबी पंवार ने उनके ऊपर टेंडर के मामले में दबाव बनाया और मना करने पर दुर्व्यवहार किया। साथ ही उनके निजी सचिवों के साथ धक्का-मुक्की की गई। इस मामले ने गंभीर मोड़ ले लिया जब IAS एसोसिएशन और सचिवालय संघ ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई और कार्रवाई की मांग की।
बॉबी पंवार का पक्ष
दूसरी तरफ, बॉबी पंवार ने इन आरोपों को गलत बताया है। पंवार का कहना है कि वह केवल ऊर्जा सचिव से यूपीसीएल के एमडी अनिल यादव के सेवा विस्तार से संबंधित आदेश की कॉपी मांगने गए थे। उनका आरोप है कि उन्होंने पहले भी अनिल यादव के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबूत ऊर्जा सचिव को दिए थे, लेकिन इसके बावजूद सेवा विस्तार दिया गया। पंवार ने यह भी कहा कि उन्होंने ऊर्जा सचिव से केवल जवाब मांगने की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें गलत तरीके से पेश किया गया।
पीसीएस एसोसिएशन भी एकजुट
इस मामले में अब पीसीएस एसोसिएशन ने भी एकजुटता दिखाई है। पीसीएस संघ ने भी इस प्रकरण की निंदा की है और शुक्रवार को मुख्य सचिव से मिलने का फैसला लिया है। इससे पहले संघ ने मुख्य सचिव से मिलने का प्रयास किया था, लेकिन मुख्य सचिव की व्यस्तता के चलते शुक्रवार को बैठक तय की गई है।
मुख्यमंत्री का आश्वासन
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए IAS एसोसिएशन को भरोसा दिलाया कि बिना किसी दबाव के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य की जनता के प्रति सभी को समर्पित होकर काम करना चाहिए और इस तरह के मामलों को सख्ती से निपटाया जाएगा।